स्टोर के मैनेजर की मंजूरी नहीं चाहिए
कंपनी के मालिक यू डोंग लाई की नीति अपने कर्मचारियों को ‘सेड लीव’ ( Sad Leave) यानी दुख बिताने के लिए ऐसी छुट्टियां देने की है। इसके लिए स्टोर के मैनेजर की मंजूरी तक नहीं चाहिए। यह कुछ चीनी कंपनियों में प्रचलित भीषण ‘996’ कार्य संस्कृति के बिल्कुल विपरीत है, जहां कर्मचारी सप्ताह में छह दिन सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक काम करते हैं।ग्राहकों को भी करवाते हैं खास अहसास
फैट डोंग लाई कोई औसत सुपरमार्केट नहीं है। यहां न केवल कर्मचारियों को बल्कि ग्राहकों को भी बहुत लाड़-प्यार और सम्मान दिया जाता है। कई तरह की खास सुविधाएं मुफ्त दी जाती हैं। जैसे ब्लडप्रेशर ( Blood Pressure) की जांच, महिलाओं के हैंडबैग की देखभाल और यहां तक कि पालतुओं के लिए फूड-स्टेशन जैसी कई बेजोड़ सुविधाएं यहां मिलती हैं। फैट डोंग लाई एक शानदार और अप्रत्याशित ग्राहक अनुभव को प्राथमिकता देता है।कर्मचारियों के लिए भले के लिए
यू ने अपना पहला स्टोर हेनान में 1995 में शुरू किया था। तब से इसका विस्तार 12 आउटलेट्स तक हो गया है। फैट डोंग लाई के कर्मचारियों को साल में 40 दिनों की छुट्टी मिलती है, चीनी नव वर्ष के पांच दिन की छुट्टी मिलती है, सो अलग। यही नहीं, कंपनी में फाइव डे वीक है। सात घंटे का सामान्य कार्यदिवस है। कंपनी ग्राहकों की ओर से किए गए ‘अपमान’ या ‘धमकियों’ जैसी शिकायतों के लिए कर्मचारियों को 5,000 युआन (करीब 57 हजार रुपए) तक का मुआवजा भी देती है।विदेश में छुट्टियां बिताने भी भेजेंगे
कर्मचारियो के भले के लिए कंपनी ने हाल में सुर्खियां बटोरने वाले एक और कदम में घोषणा की कि वह सभी कर्मचारियों को विदेश में छुट्टियों पर भेजेगा ( World Tour), मैनेजमेंट के कर्मचारी यूरोपीय यात्रा (European trip) का आनंद लेंगे । वहीं अन्य कर्मचारी जापान जाएंगे। यह पहल कर्मचारी कल्याण को प्राथमिकता देने वाली कंपनी के रूप में फैट डोंग लाई की प्रतिष्ठा को और मजबूत करेगी।जबरदस्ती काम का औचित्य नहीं…
हर किसी के पास ऐसे दिन होते हैं जब वे दुखी होते हैं, यह मानव स्वभाव है। दुखी होने पर उससे बाहर आने के लिए वक्त चाहिए, वह हम ‘सेड लीव’ के जरिए देते हैं। कर्मचारी से जबरदस्ती काम लेने का कोई औचित्य नहीं। सेड लीव इसलिए है ताकि वे हताशा से लड़कर फिर खुशी महसूस करते हुए काम पर लौट सकें।-यू डोंग लाई, मालिक, फैट डोंग लाई सुपर मार्केट चेन।