संबंधों में कड़वाहट
उन्होंने कहा है कि न्यायपालिका, पुलिस, नागरिक नौकरशाही जैसी वे राष्ट्रीय संस्थाओं के आमूलचूल सुधार की योजना पर काम कर रहे हैं. ढाका यूनिवर्सिटी में समाजशास्त्र की पढ़ाई करने वाले नाहिद इस्लाम सबसे मुखर छात्र नेताओं में से एक हैं। भारत सरकार का बांग्लादेश की एक ही पार्टी को समर्थन देना, दोनों देशों के बीच संबंधों में कड़वाहट का एक बड़ा कारण है। दोनों देशों के बीच संबंध
अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस के प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से बात करने के बाद भारत के साथ संबंधों पर नाहिद इस्लाम ने कहा कि भारत के साथ हमारे ऐतिहासिक संबंध रहे हैं…हमारे बीच कुछ उतार-चढ़ाव भी रहे हैं। बांग्लादेश के साथ भारत के संबंध दोनों देशों के बीच हैं।
भारत के लिए भी समस्याजनक
उन्होंने कहा कि ‘लेकिन हमने कई बार महसूस किया है कि भारत के संबंध एक खास राजनीतिक दल के साथ हैं, न कि देश या बांग्लादेश के लोगों के साथ। इसने
बांग्लादेश के लोगों के साथ नहीं, बल्कि अवामी लीग के साथ संबंध बनाए रखे, यह बांग्लादेश के साथ-साथ भारत के लिए भी समस्याजनक है।’
भारत को दी नसीहत
नाहिद इस्लाम ( Nahid Islam)ने कहा कि इसलिए भारत को यह बात समझनी चाहिए कि उसे लोगों और देश के साथ अपने संबंधों को विकसित और बनाए रखना चाहिए, न कि किसी खास दल के साथ। राजनीतिक दल आते-जाते रहेंगे, सरकारें आती-जाती रहेंगी, लेकिन उन्हें देश और उसके लोगों के साथ संबंध बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि अवामी लीग के साथ संबंध और शासन के लिए उसका समर्थन एक खुला रहस्य है, इसलिए यहां लोगों में गुस्सा है।
गिनाए बड़े मुद्दे
नाहिद इस्लाम ने दोनों देशों के बीच सीमा पर हत्याओं और जल बंटवारे को दो महत्वपूर्ण मुद्दे बताते हुए कहा कि उम्मीद है कि हम जल्द ही इन मुद्दों को सुलझा लेंगे और भारत के साथ हमारे रिश्ते बेहतर हो जाएंगे. छात्रों की भावी राजनीतिक पार्टी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हम अभी राजनीति के बारे में नहीं सोच रहे हैं, हम राष्ट्र निर्माण पर काम कर रहे हैं। बाद में, जब भी हालात बदलेंगे, हम लोगों से चर्चा करेंगे और फैसला करेंगे।