बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Haseena) और नेपाल के प्रधान मंत्री पुष्प कमल दहल ने पुष्टि की है कि वो तीसरा बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। हसीना और उनके नेपाल समकक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंड (Pushp Kamal Dahal Prachanda) दोनों ने पहले 18वें लोकसभा चुनाव में NDA के प्रदर्शन के लिए नरेंद्र मोदी को शुभकामनाएं दी थीं।
नरेंद्र मोदी ने खुद दिया न्यौता (Modi 3.0 Oath ceremony)
नरेंद्र मोदी ने नेपाल के पीएम प्रचंड से फोन पर बात की और साथ में उन्हें शपथ ग्रहण समारोह में (Modi 3.0 Oath ceremony) भारत आने का न्यौता भी दिया। इसके बाद उन्होंने बांग्लादेश (Bangladesh) की प्रधानमंत्री शेख हसीना को भी न्यौता भेजा। फोन पर बातचीत के अलावा मोदी ने नेपाल (Nepal) के प्रधानमंत्री को पत्र भी भेजा है। जिसके बाद पुष्प कमल दहल प्रचंड ने अपने भारत की बात की पुष्टि की। बांग्लादेश की PM शेख हसीना के भाषण लेखक एम नजरूल इस्लाम ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निमंत्रण मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री हसीना कल ढाका से दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगी। शेख हसीना दोपहर के लिए निर्धारित विशेष उड़ान से ढाका से रवाना होंगी और 9 जून की दोपहर तक राष्ट्रीय राजधानी में यहीं रहेंगी।
हो सकती है द्विपक्षीय बैठक
वहीं उन्होंने समारोह के इतर (Modi 3.0 Oath ceremony) द्विपक्षीय बैठकों की संभावना के बारे में पूछे जाने पर कहा कि हालांकि ऐसी बैठक की अभी तक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन नेताओं के साथ जाने वाले प्रतिनिधिमंडल बहुत छोटे होंगे। शेख हसीना ने हाल ही में बांग्लादेश में राष्ट्रीय चुनावों में जीत हासिल की, जिसके बाद उन्होंने बांग्लादेश और भारत के बीच मजबूत संबंधों पर जोर देते हुए कहा, “भारत हमारा परखा हुआ और वफादार पड़ोसी है, और भारत और बांग्लादेश के बीच अच्छे संबंध हैं।”
संबंधों मे आएगी मजबूती
बता दें कि ये यात्रा दोनों पड़ोसी देशों नेपाल और बांग्लादेश के बीच चल रहे राजनयिक संबंधों और सहयोग को बताती है और आपसी सम्मान और सहयोग को उजागर करती है जो साझेदारी की पहचान रही है।
NDA को मिला है बहुमत
बता दें कि नरेंद्र मोदी के 8 जून को शपथ लेंगे। 18वीं लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA ने 293 सीटें जीतकर बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है, जबकि विपक्षी इंडिया ब्लॉक ने 234 सीटें हासिल की हैं। भारत के चुनाव आयोग के मुताबिक भाजपा ने 240 सीटें जीतीं, जो 2019 की 303 की तुलना में बहुत कम है। वहीं कांग्रेस ने 2019 में 52 के मुकाबले 99 सीटें जीतकर मजबूती दिखाई है।