किस मामले में ठोका जुर्माना?
यूरोपीय यूनियन ने ऐप्पल पर किस मामले में जुर्माना ठोका, मन में यह सवाल आना भी स्वाभाविक है। दरअसल ऐप्पल ने स्पॉटिफाई (Spotify) और अन्य प्रतिद्वंद्वी म्यूज़िक स्ट्रीमिंग सर्विसेज़ को आईफोन यूज़र्स को इस बारे में इन्फॉर्म करने से रोका कि वो ऐप्पल के ऐप स्टोर के अलावा दूसरे ऑप्शंस भी चुन सकते हैं जो यूज़र्स को ऐप्पल ऐप स्टोर से सस्ते पड़ेंगे।
ऐप्पल ने किया अपनी पोज़िशन का गलत इस्तेमाल
यूरोपीय यूनियन की कॉम्पिटिशन और डिजिटल चीफ मार्ग्रेथ वेस्टेगर (Margrethe Vestager) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बारे में बात करते हुए कहा, “ऐप्पल ने म्यूज़िक स्ट्रीमिंग ऐप्स के डिस्ट्रीब्यूटर के तौर पर अपनी पावर और पोज़िशन का गलत इस्तेमाल किया है। ऐसे में यूरोपीय उपभोक्ताओं के पास फ्री चॉइस नहीं थी कि वो कहाँ, कैसे और किन कीमतों पर म्यूज़िक स्ट्रीमिंग सब्सक्रिप्शन खरीद सकते हैं।”
गैरकानूनी है ऐप्पल का यह कदम
मार्ग्रेथ ने आगे कहा, “ऐप्पल का यह कदम गैरकानूनी है और इसका असर दस लाख से भी ज़्यादा यूरोपीय उपभोक्ताओं पर पड़ा है।”
स्पॉटिफाई ने दर्ज किया था मामला
2019 में स्पॉटिफाई ने ऐप्पल की इस हरकत की शिकायत करते हुए मामला दर्ज किया था। उसके बाद इस मामले में तूल पकड़ा और करीब 5 साल बाद आज इस पर फैसला आ गया है।