बड़ी-बड़ी कंपनियों पर भी दबाव
AI पर खर्च बढऩे और मुनाफा होने में देरी से Microsoft, Google, Amazon, IBM जैसी कंपनियों पर भी काफी दबाव है और इनके शेयरों में भी भारी बिकवाली हुई है। वहीं, दूसरी तरफ मार्च तिमाही में अमरीका (USA) में GDP के निराशाजनक आंकड़ों से भी बाजार में हाहाकार मच गया है। 2024 की पहली तिमाही में अमरीका में जीडीपी २.४ प्रतिशत के अनुमान के विपरीत केवल 1.66 प्रतिशत बढ़ा, जिससे अमरीका और यूरोप के बाजारों में करीब 2 की गिरावट आई। साथ ही 10 साल वाले बॉन्ड का यील्ड 5 माह की ऊंचाई 4.7 प्रतिशत तक पहुंच गया।
इसलिए गिरे AI स्टॉक्स
मार्क ज़करबर्ग ने कहा कि मेटा एआइ के विकास पर 35 से 40 अरब डॉलर खर्च करेगी। कंपनी AI पर खर्च बढ़ी रही है, लेकिन इससे जल्द मुनाफा होने की उम्मीद नहीं है। मेटा को जेनरेटिव AI से मुनाफा कमाने में कई साल लग सकते हैं। इससे निवेशकों का धैर्य जवाब दे गया और उन्होंने एनवीडिया को छोडक़र सभी एआइ बेस्ड स्टॉक्स से बिकवाली की।
सेंसेक्स-निफ्टी चढ़ा
भारतीय शेयर बाजार (Indian Share Market) ने गुरुवार को ग्लोबल मार्केट से मिले कमजोर रुझानों को नजरअंदाज कर शुरुआती गिरावट से रिकवरी करते हुए 10 दिन के हाई पर बंद हुआ। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बैंकिंग, ऑटो और फार्मा शेयरों में खरीदारी के चलते सेंसेक्स 486 अंक मजूबत होकर 74,339 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी भी 168 अंक की बढ़त के साथ 22,570 पर बंद हुआ।
एआइ बेस्ड टेक स्टॉक्स क्रैश
कंपनी गिरावट
मेटा (फेसबुक) – 15.4 प्रतिशत आइबीएम – 9.16प्रतिशत माइक्रोसॉफ्ट – 4.601 अमेजन – 3.80प्रतिशत गूगल (अल्फाबेट) 4.30 प्रतिशत माइक्रोन – 2.65 प्रतिशत ओरेकल – 1.50प्रतिशत
ग्रोथ रेट में सुस्ती से बाजार घराशायी
इंडेक्स प्रदर्शन
नैस्डैक (अमरीका) – 2.03 प्रतिशत डाउ जोंस (अमरीका) – 1.15 प्रतिशत निक्केई (जापान) – २.161 प्रतिशत डीएएक्स (जर्मनी) 1.41 प्रतिशत सीएसी (फ्रांस) – 1.57 प्रतिशत बोवेस्फा (ब्राजील) – 0.80 प्रतिशत ताइवान वेटेड – 1.38 प्रतिशत सेंसेक्स (भारत) 0.66 प्रतिशत ये भी पढ़ें-
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