इजरायल के लिए ईरान से लड़ेगा अमेरिका, 12 युद्धपोत 4000 सैनिकों की हुई तैनाती, जानिए क्या है ‘वॉर प्लान’
Iran Israel War: ईरान के सभी प्राक्सी हूती, हिजबुल्लाह, हमास और इराकी लड़ाकों की मीटिंग बुलाई गई है। अमेरिका ने भी स्पष्ट कर दिया है कि इजरायल पर हमला होने पर वह सीधे जवाबी कार्रवाई करेगा।
Israel will attack on Iran before US Presidential Elections
Iran Israel War: गाजा में हमास और इजरायल के बीच चल रहा युद्ध 300 दिनों के बाद अब एक ऐसे मोड़ पर आ पहुंचा है, जहां इसके एक बड़े युद्ध में तब्दील होने की आशंका गहरा गई है। वहीं अंतर्राष्ट्रीय न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट में य़े दावा किया गया है कि अब इस युद्ध में कभी भी सीधे-सीधे ईरान और अमेरिका की एंट्री हो सकती है। दोनों पक्षों ने ऐसे स्पष्ट संकेत भी दिए हैं। एक ही रात में हमास चीफ इस्माइल हानिया की तेहरान और हिजबुल्लाह के शीर्ष कमांडर फउद शुकर को बेरूत में एयर स्ट्राइक के जरिए मार दिए जाने को सीधे-सीधे ईरान पर हमले की तरह देखा जा रहा है। सिर्फ इसलिए नहीं कि हमास और हिजबुल्लाह ईरान के प्रॉक्सी हैं, बल्कि इसलिए भी कि हमास चीफ को उस समय निशाना बनाया गया जबकि वह ईरान के राजकीय अतिथि के तौर पर ईरान के राष्ट्रपति के शपथ समारोह में राजधानी तेहरान में मौजूद था।
ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने इस हत्या का बदला लेना अपना कर्तव्य बताया है। ईरान के सभी प्राक्सी हूती, हिजबुल्लाह, हमास और इराकी लड़ाकों की मीटिंग बुलाई गई है। वहीं, अमरीका ने भी स्पष्ट कर दिया है कि इजरायल पर हमला होने पर वह सीधे जवाबी कार्रवाई करेगा।
ईरान आतंकवाद का सबसे बड़ा निर्यातक
अमरीकी प्रवक्ता हानिया के मारे जाने के बाद अमरीकी विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने साफ कर दिया कि कहा कि अगर ईरान ने कोई हिमाकत की तो हम अपने सहयोगी देशों की मदद करेंगे और कड़ी कार्रवाई करेंगे। पटेल ने कहा, ‘ईरान ने साल 1979 से बार-बार साबित किया है कि वह आतंकवाद का सबसे बड़ा निर्यातक है न सिर्फ मध्य पूर्व में बल्कि पूरी दुनिया में। इसी के साथ इजरायल पर किसी भी हमले की स्थिति से निपटने के लिए अमरीका ने पश्चिम एशिया में कम से कम 12 युद्धपोत तैनात किए हैं, जो फारस की खाड़ी और पूर्वी भूमध्य सागर में तैनात हैं। इनमें विमानवाहक पोत यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट, विध्वंसक पोत, जमीन और समुद्र में हमला करने में सक्षम दल और 4000 से अधिक मरीन सैनिक शामिल है। अमरीका ने अब लाल सागर से युद्धपोतों को हटा लिया है। वहां, ये वाणिज्यिक जहाजों की सुरक्षा के लिए तैनात थे।
ईरान की युद्ध की क्या हैं तैयारियां
ईरान में युद्ध की तैयारियों के बीच कई हवाई उड़ानों को रद्ध किया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ईरानी सर्वोच्च नेता इजरायल पर हमले का आदेश दे चुके हैं। अब बस इसकी रणनीति बनाई जा रही है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और मंत्रियों की सुरक्षा बढ़ाते हुए उनके निवास स्थान को बदला गया है। नेतन्याहू ने कहा है कि आगे चुनौती पूर्ण दिन हैं। तेहरान में हमास चीफ के जनाजे का नेतृत्व खुद खामेनेई ने किया। इस दौरान इजरायल से बदला लेने की कसमें खाईं गईं।
ईरान की नाकामी का मजाक उड़ाने में पाकिस्तान के पूर्व मंत्री भी शामिल
हानिया की ईरान की राजधानी में हत्या पर पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। चौधरी ने इजरायल को तुरंत जवाब ना देने के लिए ईरान सरकार की कड़ी आलोचना की है। पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार में सूचना मंत्री रहे फवाद चौधरी ने एक्स पर अपनी पोस्ट में ईरान में महिलाओं के लिए अनिवार्य हिजाब और दूसरे कानूनों की ओर इशारा करते हुए लिखा, ‘ईरान के मुल्ला मोरल पुलिसिंग के खिलाफ प्रदर्शन करने वाली महिलाओं को तो मार सकते हैं और उन पर अत्याचार कर सकते हैं लेकिन जब बात इजरायल की बात आती है तो वे किसी बूचड़खाने के मेमना बनकर दुबक जाते हैं।’