कई पड़ोसी देशों की बढ़ी टेंशन
भारत के नए संसद भवन में कई खास चीज़ों का इस्तेमाल हुआ है। इन चीज़ों ने कई लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया। पर कुछ ऐसी चीज़ें भी नए संसद भवन में देखने को मिली जिनसे भारत के कई पड़ोसी देशों की टेंशन बढ़ गई। हम बात कर रहे हैं नए संसद भवन में लगे अखंड भारत के नक्शेनुमा म्यूरल आर्ट की।
क्यों बढ़ी पड़ोसी देशों की टेंशन?
भारत के नए संसद भवन में लगे अखंड भारत के म्यूरल आर्ट में प्राचीनकाल में भारत के नक्शे को दर्शाया गया है। अखंड भारत के इस नक्शे में वर्तमान का पाकिस्तान, नेपाल अफगानिस्तान, मालदीव, श्रीलंका, म्यांमार और बांग्लादेश दिखाए गए हैं, जो तत्कालीन समय में भारत का ही हिस्सा थे। ऐसे में कुछ पडोसी देश इसे भारत की विस्तारवादी मानसिकता मान रहे हैं और इससे भविष्य को लेकर चिंतित हो रहे हैं।
चिंतित होने के साथ भड़क उठे पाकिस्तान और नेपाल
अखंड भारत के नक्शेनुमा म्यूरल आर्ट को देखकर भारत के पडोसी देशों पाकिस्तान और नेपाल की टेंशन बढ़ गई है। ऐसे में दोनों ही देशों की तरफ से अखंड भारत के नक्शेनुमा म्यूरल आर्ट को देखकर ऐतराज़ जताया गया है। पाकिस्तान की बढ़ी टेंशन का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है उन्होंने अपनी चिंता को साफ तौर पर जाहिर कर दिया है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि अखंड भारत का दावा भारत की विस्तारवादी मानसिकता का दिखावा है जो उनके पड़ोसी देशों, धार्मिक अल्पसंख्यकों की विचारधारा और संस्कृति का दबान करना चाहती है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने भारत से विस्तारवादी विचारधारा से दूर रहने और शांतिपूर्ण तरीके से अपने पड़ोसी देशों के साथ विवादों का निपटारा करने का आग्रह किया है।
वहीं नेपाल के पूर्व पीएम बाबूराम भट्टराई ने इस बारे में अपनी चिंता जाहरी करते हुए भारत से स्पष्टीकरण मांगा है। नेपाल के अन्य पूर्व पीएम केपी शर्मा ओली ने भी चिंतित स्वर में इसे अनुचित बताया है।
इतना ही नहीं, पाकिस्तान और नेपाल इससे भड़क भी गए हैं। पाकिस्तान ने अखंड भारत के नक्शेनुमा म्यूरल आर्ट की आलोचना की है। वहीं इसे देखकर नेपाल के कुछ राजनीतिक दल भी भड़क उठे हैं। उनका मानना है कि अखंड भारत की तस्वीर के ज़रिए भारत नेपाल के कुछ हिस्सों पर अपना दावा कर रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि इससे भारत और नेपाल के संबंध भी खराब हो सकते हैं।