scriptपीरियड्स के पहले दिन भी असहनीय दर्द? 5 आसान उपायों से पाएं राहत | Period cramps on the first day? Get relief with these 5 tips | Patrika News
महिला स्वास्थ्य

पीरियड्स के पहले दिन भी असहनीय दर्द? 5 आसान उपायों से पाएं राहत

Pain on the very first day of periods : अगर आप पीरियड्स में होने वाले दर्द से पीड़ित हैं, तो आप अकेली नहीं हैं। ज्यादातर महिलाओं को अपने जीवन में पीरियड्स में कभी न कभी अलग-अलग तरह के दर्द या डिस्मेनोर्हिया (क्रैम्प) का अनुभव होता है। ज़्यादातर महिलाएं..

Nov 27, 2023 / 05:44 pm

Manoj Kumar

pain-on-the-very-first-day-.jpg

Pain on the very first day of periods

Pain on the very first day of periods : अगर आप पीरियड्स में होने वाले दर्द से पीड़ित हैं, तो आप अकेली नहीं हैं। ज्यादातर महिलाओं को अपने जीवन में पीरियड्स में कभी न कभी अलग-अलग तरह के दर्द या डिस्मेनोर्हिया (क्रैम्प) का अनुभव होता है। ज़्यादातर महिलाएं पीरियड्स में होने वाले दर्द (Pain in periods ) से पीड़ित होती हैं, यानि बेचैनी और पेट में हल्का दर्द होना खासकर पीरियड शुरू होने वाले दिन। हालांकि, सिर्फ कुछ प्रतिशत महिलाएं ही मेंस्ट्रुअल क्रैम्प से इतनी परेशान होती हैं कि वे अपने रोज़ाना के काम भी ठीक से न कर पाएं।
यह भी पढ़ें

Best Exercise for an Apple Shaped Body : आप भी अपने बेडौल शरीर को करना चाहते हैं शेप में तो ये आसान तरीके आ सकते हैं काम


Reasons for pain in periods पीरियड्स में दर्द के कारण
पीरियड्स में दर्द कई कारणों से होता है। कारणों के आधार पर, इसे मोटे तौर पर नीचे दिए गए प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है:
Primary Dysmenorrhea प्राइमरी डिस्मेनोर्हिया:
प्राइमरी डिस्मेनोर्हिया आमतौर पर किशोर लड़कियों द्वारा अनुभव किया जाता है जिनका पीरियड हाल ही में आया है। पीरियड के दौरान, शरीर हार्मोन का उत्पादन करता है जिससे गर्भाशय में संकुचन होता है जिससे गर्भाशय की परत को बाहर निकलने में मदद मिलती है। यही संकुचन मेंस्ट्रुअल क्रैम्प के तौर पर महसूस होते हैं। सामान्य पेट दर्द के अलावा, इसमें कई बार पैर और पीठ दर्द भी हो सकता है। यह उम्र के साथ कम हो जाता है और आमतौर पर पीरियड की शुरुआत के एक या दो दिन तक ही रहता है।

यह भी पढ़ें

Weight Loss Tips: वजन कम करने के लिए डाइट में शामिल करें इन कम कैलोरी वाले अनाजों को, फिट रहने में भी करेंगें मदद



Secondary Dysmenorrhea सेकेंडरी डिस्मेनोर्हिया:
सेकेंडरी डिस्मेनोर्हिया ज़्यादा आम नहीं है और आमतौर पर एक अंतर्निहित विकार या संक्रमण के कारण होता है। दर्द सिर्फ पीरियड की शुरुआत तक ही सीमित नहीं रहता है और पूरी साइकिल के दौरान रह सकता है। इसमें ज़्यादा ब्लीडिंग हो सकती है और पीरियड ज़्यादा दिनों तक चल सकता है। अगर पीरियड्स आमतौर पर दर्द रहित या कम दर्द भरे होते हैं और आपको अचानक से पीरियड्स में दर्द होने लगता है, तो स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए।
How to reduce period pain पीरियड्स के दर्द को ऐसे कम करें

ऐसे कई तरीके हैं जिनसे पीरियड्स में होने वाले दर्द (Pain in periods ) से कुछ समय के लिए आराम मिल सकता है और इन्हें घर पर आसानी से किया जा सकता है जैसे-
– आराम करें। आरामदायक स्थिति में एक झपकी लें या बाथटब में एसेंशियल ऑयल डालकर आराम से लेटने से दर्द में आराम मिल सकता है।
– गर्मी से दर्द में आराम मिल सकता है। आप या तो एक गर्म पेन रिलीफ पैड का इस्तेमाल कर सकते हैं या सही तापमान पर एक गर्म पानी के बैग का इस्तेमाल कर सकते हैं।
– अपने पेट और पीठ के निचले हिस्से की हल्की मालिश करने से भी दर्द कम हो सकता है।
– कुछ हल्के व्यायाम करने की करें जो पेल्विक (श्रोणि) क्षेत्र में रक्त के प्रवाह को बेहतर करने में मदद करें।
– मार्गदर्शन में मेडिटेशन करना और गहरी सांस लेने जैसी रिलैक्सेशन टेक्निक आज़मा कर देखें।
– अगर आपको समय नहीं मिलता है और आप आराम नहीं कर सकते हैं, तो दर्द की दवा का इस्तेमाल करना चाहिए।
– जीवनशैली में कुछ बदलाव करें।
– कैफीन के सेवन को कम करें।
– धूम्रपान और शराब कम करें।
यह भी पढ़ें

Benefits of Almonds: रोज सुबह खाली पेट खाएं 5 भीगे बादाम, जानिए बादाम खाने का सही तरीका और कितना खाएं

– हफ्ते में पाँच दिन हर दिन कम से कम 30 मिनट व्यायाम करने से कम दर्दभरे पीरियड सहित कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। यह आपको अपना वजन सही बनाए रखने में मदद करता है जिससे अनियमित मेंस्ट्रुअल साइकिल की संभावना कम होती है।
– खाने में ऐसी चीज़ें शामिल करना जो फाइबर और प्रोटीन से भरपूर हों। अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्जियाँ, मेवे, ढेर सारे फल और सलाद शामिल करें।
– ऐसे खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों के सेवन से बचें जिनमें चीनी की मात्रा ज़्यादा हो। जितना हो सके डिब्बाबंद फलों के जूस और मीठे सोडा वाले ड्रिंक के बदले ताजे फलों का जूस लें।
– खाने में नमक की मात्रा कम कर दें। ज़्यादा नमक से बहुत ज़्यादा वॉटर रिटेंशन हो सकता है जो पीएमएस का एक सामान्य लक्षण है।
– अपने हेल्थ केयर प्रोवाइडर से परामर्श करें और विटामिन सप्लीमेंट लेना शुरू करें।

यह भी पढ़ें

दांत में कीड़ा लगने कि समस्या से हैं परेशान तो आज से ही शुरू कर दें ये आसान से उपाय



आपको मेडिकल हेल्प कब लेनी चाहिए?

आप पीरियड में होने वाला दर्द को कैसे अनुभव करते हैं। तो फिर, आप कैसे निर्धारित करते हैं कि आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए या नहीं? नीचे दिए गए संकेतों से सावधान रहें:
– जब कोई घरेलू उपाय कारगर न हो।
– दर्द की दवा से कोई आराम न मिले।
– अगर दो से तीन महीनों तक लगातार आपको पीरियड के दौरान ज़्यादा ब्लीडिंग होती है और क्रैम्प भी बढ़ते हैं।
– जब आप पीरियड्स में नहीं होते हैं तब भी आपको क्रैम्प का अनुभव होता है।
– पीरियड्स में दर्द आपके शरीर के दूसरे हिस्सों जैसे कमर, जांघों, घुटनों और पीठ के निचले हिस्से में होने लगता है।
– आपको क्रैम्प के साथ बुखार भी रहता है।
– अपने वयस्क जीवन में अगर आप पहली बार इतने ज़्यादा मेंस्ट्रुअल क्रैम्प का अनुभव कर रही हैं। –
डॉ. मेघा शांडिल्य शास्त्री, स्त्री रोग विशेषज्ञ, जयपुर

Hindi News / Health / Women Health / पीरियड्स के पहले दिन भी असहनीय दर्द? 5 आसान उपायों से पाएं राहत

ट्रेंडिंग वीडियो