हर महीने जल्दी पीरियड्स आते है तो सावधान? जानिए इसके पीछे के 5 मुख्य कारण
पीरियड्स ( Period ) के समय थोड़ा-बहुत दर्द होना नॉर्मल है। यदि दर्द ज्यादा होने लगे और आप दैनिक कार्य भी न कर पाएं तो यह डिस्मेनोरिया कहलाता है। अधिकतर यह समस्या 14-25 वर्ष की लड़कियों में हॉर्मोंस के बदलाव के कारण होती हैं।Cold and flu : सर्दी-जुकाम से लड़ने के लिए आजमाएं ये आसान तरीके, इन बातों का रहे ध्यान
Homeopathic medicines for Period Pain माहवारी में दर्द की होम्योपैथिक दवा पीरियड ( Period ) में दर्द के उपचार के लिए कुछ होम्योपैथिक उपचार निम्नलिखित हैं : ग्नेफैलियम पॉलीसेफेलमसामान्य नाम : कड-वीड, ओल्ड बाल्सा
लक्षण : ग्नेफैलियम पॉलीसेफेलम का मुख्य रूप से इस्तेमाल साइटिका के दर्द के उपचार के लिए किया जाता है, विशेष रूप से जब रोगी प्रभावित हिस्से में सुन्न होने जैसा अनुभव करता है। इसका उपयोग निम्नलिखित लक्षणों के प्रबंधन के लिए भी किया जा सकता है :
-श्रोणि में भारीपन महसूस होना
-मासिक धर्म में दर्द के समय कम ब्लीडिंग होना
-उल्टी
-पेट दर्द
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जेल्सेमियम सेंपरविरेंससामान्य नाम : येलो जैस्मिन
लक्षण : येलो जैस्मिन सुस्ती, कंपकंपी, कमजोरी और फ्लू के इलाज के लिए एक प्रभावी उपाय है। इसका उपयोग निम्नलिखित लक्षणों के प्रबंधन में भी किया जा सकता है :
– पीरियड का दर्द जो कि कूल्हों और टांगों की ओर बढ़ता है
– ऐसा महसूस होना जैसे कि गर्भाशय पर दबाव पड़ रहा हो
– पीठ दर्द और कूल्हे व पैरों में दर्द
– बाहों और पैरों की मांसपेशियों में खिंचाव, कमजोरी और ऐंठन
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विशेषज्ञ की राय होम्यौपैथी में इसके लिए कॉलोफायलम, सिमिसीफूगा, बेलाडोना, कोलोसिंथ, मेग फास, सिकील कोर आदि दवाएं दी जाती हैं। ध्यान रहे पेनकिलर्स व अन्य हार्मोनल दवा ब्लीडिंग को बाधित कर सकती है।डॉ.सविता माहेश्वरी, होम्योपैथी विशेषज्ञ