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सर्जरी के बाद या प्रेग्नेंसी में कठिन आसन न करें, जानिए योग विशेषज्ञ की सलाह

Yoga after surgery or during pregnancy : योग स्वस्थ जीवन शैली का आधार है। यह शरीर, मन और आत्मा के लिए है। पूरी दुनिया धीरे-धीरे योग को अपना रही है। योग ने लोगों को जीवन जीने की नई कला सिखाई है। जिन लोगों ने कभी योग नहीं किया था वह भी अब इससे जुड़ रहे हैं।

Aug 05, 2023 / 02:22 pm

Manoj Kumar

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Yoga after surgery or during pregnancy

Yoga after surgery or during pregnancy : योग स्वस्थ जीवन शैली का आधार है। यह शरीर, मन और आत्मा के लिए है। पूरी दुनिया धीरे-धीरे योग को अपना रही है। योग ने लोगों को जीवन जीने की नई कला सिखाई है। जिन लोगों ने कभी योग नहीं किया था वह भी अब इससे जुड़ रहे हैं। यदि आप अभी योग करने लगे हैं और सूक्ष्म आसन करते हैं व कठिन आसन की ओर बढऩा चाहते हैं तो कुछ बातें हैं जिनका आपको ध्यान रखना चाहिए। आज के लेख में आपको उन्हीं बातों के बारे में बताएंगे-

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शरीर का लचीला होना भी जरूरी

सूक्ष्म आसन से यदि कठिन आसन की तरफ बढ़ते हैं तो सबसे पहले देखें कि शरीर कितना लचीला है। क्योंकि यदि एकदम से कठिन आसन शुरू किए जाते हैं तो चोट लगने की आशंका भी रहती है। ऐसे में किसी प्रशिक्षक की मदद लेना बेहद जरूरी है। उनके दिशानिर्देशों के अनुसार ही कठिन आसन करें। आसन में समय का ध्यान भी रखना होता है। क्योंकि हर आसन का एक समय निश्चित होता है। यदि किसी को कोई बीमारी जैसे उच्च रक्तचाप, स्पाइन यानी रिप्लेसमेंट सर्जरी हुई है गर्भवती महिला है या सिजेरियन डिलिवरी हुई है तो उन्हें सूक्ष्म आसन ही करने की सलाह दी जाती है। उस समय कठिन आसन न करें।
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शुरुआत इन कठिन आसनों से करें
शुरुआती दौर में आप कठिन आसन में स्ट्रेचिंग वाले आसन कर सकते हैं जैसे ताड़ासन, मोल्डिंग में कटिचक्रासन, आगे-पीछे मुडऩे वाले आसन में हस्तोउत्तानासन, पादहस्तासन, खड़े होकर करने वाले में त्रिकोणासन और पाश्र्व त्रिकोणासन। इनके अलावा बैठने वाले आसन में मंडूकासन और वज्रासन कर सकते हैं। वहीं यदि ध्यान की शुरुआत करना चाहते हैं तो आपको बता दें कि ध्यान की बहुत-सी विधियां होती हैं। इसलिए जरूरी है कि ध्यान करना सीखें तो इसमें किसी प्रशिक्षक की मदद लें ताकि आपको ध्यान की सही विधि के बारे में पता चले।

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योगासन में इन बातों का भी ध्यान रखें
– योगासन करने के लिए एकांत हवादार और खुले वातावरण का चयन करें।
– योगासन पूरे मनयोग के साथ एकाग्र होकर करें।
– योगासन करने से पूर्व जमीन पर चादर या चटाई अवश्य बिछा लेनी चाहिए। ध्यान रखें कि वहां की जमीन समतल तथा साफ होनी चाहिए।
– कोई भी योगासन करने के बाद शवासन अवश्य करें।
– योगासन करते समय प्रशिक्षक की आज्ञाओं का पूरी तरह पालन करना चाहिए।
– प्रत्येक योगासन का अभ्यास धीरे-धीरे ही करना चाहिए।
राजेश कुमार श्रीवास्तव, योग विशेषज्ञ, भोपाल

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