दरअसल, यूनिवर्सिटी ऑफ मलेशिया के कुछ रिसर्चर एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। ये रिसर्चर लोगों को 30 दिन सोने के लिए 26,500 रुपये देंगे। इन एंप्लॉइज को सोने और आराम करने के अलावा दूसरा कोई काम नहीं करना है। इस नौकरी के लिए यूनिवर्सिटी ने एक पोस्टर जारी किया है, जिसमें सारी डिटेल पहले ही साफ कर दिया। डिटेल के अनुसार यहां वहीं लोग अप्लाई कर सकते हैं जिनकी उम्र 20 से 40 के बीच होना चाहिए।
इनका वजन नॉर्मल रेंज में होनी चाहिए, इस योग्यताओं को पूरा करने वाले ही इस जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इसके अलावा अप्लाई करने वाले लोगों में कोई स्लीपिंग डिसऑर्डर नहीं होना चाहिए। बता दें, रिसर्चर इस दौरान आपके स्लीपिंग पैटर्न को जांचते हुए सैलरी देगी। अगर नींद के दौरान किसी भी कैंडिडेट को कोई परेशानी आती है या एंप्लॉयर उसके स्लीपिंग पैटर्न से खुश नहीं होते हैं तो उसे जॉब से निकाल दिया जाएगा।
आपको बता दें, यहां अप्लाई करने वाले लोगों को स्लीप होम में जाने से पहले स्क्रीनिंग से गुजरना होगा। इसके बाद उनके शरीर की जांच की जाएगी, इन सभी प्रॉसेस को क्लियर करने के बाद ही स्लीपिंग होम के अंदर जाने की परिमिशन मिलेगी जहां जाकर एसी रुम में एक महीने तक सोना ही है। चुने गए लोगों के खाने-पीने का इंतजाम भी कमरे में ही किया जाएगा। साथ ही उन पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।