आज भी हम किसी बड़े युद्ध की तुलना महाभारत के साथ करते हैं।महाभारत के बारे में एक सवाल जो हमारे दिमाग में अकसर आता रहता है वह ये है कि इस युद्ध में कितने लोग मारे गए थे? आइए आज हम आपके इस सवाल का जवाब देते हैं।
महाभारत के स्त्री पर्व के एक प्रसंग में धृतराष्ट्र युधिष्ठिर से युद्ध में मारे गए योद्धाओं की संख्या पूछते हैं। धृतराष्ट्र के इस सवाल का जवाब देते हुए युधिष्ठिर कहते हैं कि, इस युद्ध में 1 अरब 66 करोड़ 20 हजार वीर मारे गए हैं। इनके अलावा 24 हजार 165 वीरों का कोई पता ही नहीं है।
युधिष्ठिर अपनी बात को आगे जारी रखते हुए कहते हैं कि, इस युद्ध में क्षत्रिय धर्म निभाते हुए जो मारे गए हैं, वे ब्रह्मलोक में गए हैं। जो युद्ध से भागते हुए मारे गए हैं, वे यक्षलोक में गए हैं। जो वीर ईमानदारी से लड़ते हुए मारे गए हैं, वे अन्य पुण्यलोकों में गए हैं।
युधिष्ठिर के इन जवाबों को सुनकर धृतराष्ट्र को बेहद हैरानी हुई। उन्होंने युधिष्ठिर से पूछा कि आखिर तुम्हारे पास ऐसी कौन सी शक्ति है, जिसके माध्यम से तुम्हें ये सारी बातें पता है?
धृतराष्ट्र के इस सवाल का जवाब भी युधिष्ठिर ने बड़े ही शान्त मन से देते हुए कहा कि, वनवास के दौरान देवर्षि लोमश ने मुझे जो दिव्य दृष्टि दी थी, उसी की सहायता से ये सारी गुप्त बातें मुझे पता चली हैं।
हालांकि ये कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि महाभारत में करोड़ों की संख्या में वीरों को वीरगति प्राप्त हुई है क्योंकि आज भी कुरूक्षेत्र में महाभारत काल के कुछ अवशेष मिलते हैं, इससे हम समझ सकते हैं कि वह युद्ध कितना बड़ा हुआ होगा जिसके अवशेष आज भी इतने सालों के बाद भी मिलते हैं।