यहां एक झील की बात हो रही है जो दक्षिण अफ्रीका के उत्तरी ट्रांसवाल क्षेत्र में स्थित है। आज तक जो भी इस झील के पास गया वो वापस नहीं लौटा। इसे यहां के लोग शापित मानते हैं। अब आप यही सोच रहे होंगे कि जरूर यहां का पानी प्रदूषित होगा या आसपास कोई जहरीली गैस होगी, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है।
लोगों ने समय-समय पर इसके रहस्य पर से पर्दा उठाने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बन पाई। हर बार कुछ ऐसा हो जाता कि खोजकर्ताओं की टीम को खाली हाथ लौटना पड़ता। इन्ही सब कारणों के चलते लोग अब इस झील को शापित मानते हैं।
पांडुजी झील के नाम से चर्चित इस झील के बारे में एक और रोचक बात यह है कि इसमें मुटाली नदी से पानी आता है। हालांकि नदी के स्रोत का पता नहीं चल पाया है। झील का पानी अजीबो-गरीब तरीके से ज्वार-भाटा की तरह उठता गिरता रहता है।
पांडुजी झील के आस-पास के इलाकें में रहने वाले लोगों का मानना है कि इस झील का स्वामी एक विशाल अजगर है जो मुटाली नदी के क्षेत्र में रहता है। यह उर्वरा के देवता हैं। इन्हें ऐसा बिल्कुल भी नहीं पसंद कि कोई भी झील के आस-पास आए।
उर्वरा के देवता हर साल एक अविवाहित स्त्री की बलि मांगते हैं। स्थानीय निवासी देवता को सदा प्रसन्न रखने के लिए डोम्बा नृत्य का आयोजन करते हैं। वाकई में पांडुजी झील अपने अंदर कई सारी रहस्यों को समेटे हुए हैं जिनके बारे में जानना आज भी मानव समाज के लिए संभव नहीं हो पाया है।