नागौर. जिला मुयालय पर कृषि उपज मंडी के पश्चिमी दिशा में तैयार हो रहे प्रवेश द्वार पर हल जोतते किसान व बैलों की प्रतिमा (स्टेच्यू) लगाई गई है।
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हालांकि अभी प्रवेश द्वार के सौंदर्यकरण व स्टेच्यू की चौकी का काम चल रहा है, लेकिन नागौरी बैलों के साथ किसान का स्टेच्यू देखने के लिए लोग अभी से पहुंचने लगे हैं।
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मंडी सचिव रघुनाथराम सिंवर ने बताया कि गांवों से आने किसानों को मंडी में प्रवेश करते समय गर्व की अनुभूति हो, इसके लिए मंडी के प्रवेश द्वार पर किसान को समान और विश्वभर में प्रसिद्ध नागौरी नस्ल के बैलों को मान देने के लिए मंडी प्रबंधन की ओर से यह स्टेच्यू लगवाया गया है। उन्होंने बताया कि जल्द ही भव्य प्रवेश द्वार का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा, इसके बाद किसानों का प्रवेश इसी द्वार से किया जाएगा।
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कृषि विपणन बोर्ड के जेईएन गरीबराम भाकर ने बताया कि मंडी के प्रवेश द्वार का निर्माण, किसान एवं बैलों का स्टेच्यू लगाने के लिए 49.64 लाख रुपए की स्वीकृति जारी की गई थी, लेकिन ठेकेदार ने 37.46 लाख रुपए में ठेका लिया। इसके तहत मंडी में आने व जाने के लिए अलग-अलग गेट के साथ बैलों से हल जोतते किसान का स्टेच्यू लगवाया जा रहा है। प्रवेश द्वार की ऊंचाई करीब 20 फीट व लबाई 17 मीटर है, जबकि गेट के पास 200 फीट की गोलाई दी गई है, ताकि सडक पर चलने वाले वाहनों से दुर्घटना नहीं हो और गेट की सुंदरता में चार चांद लगे। द्वार की सुंदरता के लिए जोधपुर का छितर का पत्थर लगाया गया है।
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नागौर. कृषि मंडी के प्रवेश द्वार पर लगी किसान व बैलों की प्रतिमा।
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नागौर मंडी प्रबंधन की बैलों को मान और किसान को समान देने की पहल
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नागौर मंडी प्रबंधन की बैलों को मान और किसान को समान देने की पहलकृषि मंडी में प्रवेश करने पर किसानों को होगा अपनेपन का अहसासकरीब 50 लाख का बजट स्वीकृत