कुछ दिन काम करने के बाद वह अपने मालिक का 15 महीने का बच्चा चुराकर भाग गई। बच्चा चुराने के कुछ समय बाद ओझा की कही हुई बात सच हो जाती है और शियांग एक बच्ची को जन्म देती है। अब वह ओझा पर आंख मूंदकर भरोसा करने लगती है और मान लेती है कि उसकी किस्मत वाकई चमक जाएगी। देखते-देखते 26 साल बीत जाते हैं। शियांग अचानक बच्चे को उसके माता-पिता को लौटने का फैसला करते हैं।
शियांग ठीक 26 साल बाद उसी घर में जाती है जहां से उसने बच्चा चुराया था। वह वहां पहुंचकर अपनी पूरी कहानी बताती है। लेकिन मामला और पेंचीदा तब हो गया जब उन्होंने कहा कि उनका खोया हुआ बच्चा उन्हें तीन साल बाद ही मिल गया था। शियांग यह सुनकर हैरान रह जाती है। वह बार-बार यह कहती है कि उनके बेटे को वह चुरा ले गई थी। महिला की बात न मानने पर वह कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाती है। कोर्ट में वह डीएनए टेस्ट ( DNA Test ) की अपील करती है और जीत जाती है। इसके बाद वह 26 पहले चुरा ले गए बच्चे को उसके परिवार को सौंप देती है। लेकिन अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि जिस बच्चे को वो अबतक अपना समझ रहे थे वह किसका है।