Weight Loss Drug : भारत की शीर्ष दवा नियामक संस्था, सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) के अंतर्गत विषय विशेषज्ञ समिति ने फार्मास्युटिकल दिग्गज एली लिली की टिरज़ेपेटाइड (Tirzepatide) को हरी झंडी दिखा दी है। यह सक्रिय संघटक उनके ब्लॉकबस्टर दवाओं माउंटजरो और ज़ेपबाउंड में पाया जाता है।
पिछले साल, ज़ेपबाउंड (Zepbound) को अमेरिकी खाद्य और औषधि प्रशासन (FDA) द्वारा वयस्कों में मोटापे (Obesity) से लड़ने के लिए एक इंजेक्शन योग्य प्रिस्क्रिप्शन दवा के रूप में मंजूरी दी गई थी।
भारत में उपयोग का उद्देश्य
टिरज़ेपेटाइड (Tirzepatide), जो मुख्य रूप से टाइप 2 मधुमेह (Type 2 diabetes) के इलाज के लिए विकसित की गई है, को भारत में मधुमेह के इलाज के लिए आयात और विपणन किया जाएगा, न कि वजन घटाने के लिए। मोटापे (Obesity) के लिए इसका संकेत अभी समीक्षा के अधीन है।
टिरज़ेपेटाइड का काम करने का तरीका How Tirzepatide works
टिरज़ेपेटाइड (Tirzepatide) एक दोहरी ग्लूकोज-निर्भर इन्सुलिनोट्रॉपिक पेप्टाइड (GIP) और ग्लूकागन-लाइक पेप्टाइड-1 (GLP-1) रिसेप्टर एगोनिस्ट है। इसका अर्थ है कि यह प्राकृतिक रूप से उत्पन्न होने वाले हार्मोनों के प्रभावों की नकल करता है और रक्त शर्करा स्तर (Blood sugar levels) को नियंत्रित करने में मदद करता है।
कैसे करता है काम
इंसुलिन का उत्पादन बढ़ाना: टिरज़ेपेटाइड (Tirzepatide) भोजन के जवाब में अग्न्याशय से इंसुलिन की रिहाई को उत्तेजित करता है, जिससे भोजन के बाद रक्त शर्करा स्तर (Blood sugar levels) कम होता है।
ग्लूकागन का उत्पादन कम करना: यह ग्लूकागन के उत्पादन को कम करता है, जो रक्त शर्करा स्तर (Blood sugar levels) को बढ़ाने में मदद करता है।
पाचन प्रक्रिया धीमी करना: यह पेट की खाली होने की प्रक्रिया को धीमा करता है, जिससे भोजन के बाद ग्लूकोज रक्तप्रवाह में धीमी गति से प्रवेश करता है और रक्त शर्करा (Blood sugar levels) की वृद्धि को नियंत्रित करता है।
भूख कम करना: यह मस्तिष्क के भूख केंद्रों पर कार्य करके भूख और भोजन की खपत को कम करने में मदद कर सकता है, जो वजन घटाने (Weight loss) में योगदान कर सकता है।
गंभीर साइड इफेक्ट्स
कुछ गंभीर साइड इफेक्ट्स में अग्नाशय की सूजन (पैनक्रिएटाइटिस), निम्न रक्त शर्करा स्तर (यदि किसी अन्य दवा के साथ उपयोग किया जाता है), गंभीर एलर्जिक प्रतिक्रियाएं, गंभीर पेट की समस्याएं, दृष्टि में परिवर्तन और पित्ताशय की समस्याएं शामिल हो सकती हैं।
सावधानियाँ
उपयोग से पहले निर्देश: आपके स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता को आपको माउंटजरो का उपयोग करने का तरीका दिखाना चाहिए।
निम्न रक्त शर्करा प्रबंधन: निम्न रक्त शर्करा (Low blood sugar level) के बारे में अपने स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता से बात करें और इसे कैसे प्रबंधित करें।
मौखिक गर्भनिरोधक गोलियों के बारे में जानकारी: अगर आप मौखिक गर्भनिरोधक गोलियां लेती हैं, तो माउंटजरो का उपयोग करने से पहले अपने स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता से बात करें।
भारत में लॉन्च की योजना
इस साल की शुरुआत में, एली लिली के सीईओ डेविड रिक्स ने रॉयटर्स को बताया कि कंपनी 2025 में भारत में माउंटजरो लॉन्च करने की उम्मीद कर रही है, जबकि यह चल रही नियामक समीक्षा को साफ कर देगा।
टिरज़ेपेटाइड (Tirzepatide) का यह नया अध्याय भारत में मधुमेह के रोगियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है, जो इसे अपने रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने और जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।