कोरोना गाइडलाइन का पूरा पालन
रामलीला मेला समिति के मानसेवी सचिव राजीव शर्मा का कहना है कि रामलीला मेले का ऐतिहासिक 122 वां वर्ष वाकई निराशाजनक कहा जाएगा। कोरोना गाइडलाइन को लेकर सरकार की मंशा और जनहित को देखते हुए मेला न लगाने का निर्णय था, इसका पालन किया जा रहा है। रामलीला तो सतत है, कभी न रुकी है और न कभी रुकेगी। उसका पूरा दर्शन हो रहा है। संकट काल है इसलिए दर्शक नही हैं, लाइव प्रसारण के जरिए रामलीला दर्शन कराने का प्रयास हो रहा है। रामजी ने चाहा तो अगले वर्ष दोगुने उत्साह से होगा रामलीला दर्शन।
विदिशा की रामलीला का इस बार भी लाइव प्रसारण किया जा रहा है। यह प्रसारण रामलीला समिति की वेबसाइट पर दुनियां के 20 देशों में देखा जा रहा है। यहां तक कि पाकिस्तान के लाहौर शहर में भी विदिशा की रामलीला देखी जा रही है। वेबसाइट इंजीनियर बलराम साहू ने बताया कि भारत सहित इंडोनेशिया, यूनाइटेड स्टेट, हांगकांग, जर्मनी, कनाडा, आयरलेंड, फ्रांस, स्वीडन, सिंगापुर, उक्रेन, जापान, यूनाइटेड अरब अमीरात, बेल्जियम, ब्राजील, नेपाल और पाकिस्तान सहित करीब 20 देशों में विदिशा की ऐतिहासिक रामलीला देखी जा रही है।