वहीं पति शिवनारायण आदिवासी का कहना है कि करीब एक घंटे भर्ती रही और मौत हो गई। इधर प्रसूति वार्ड के चिकित्सक डॉ. शरद कुशवाह ने बताया कि महिला को करीब 7 माह का गर्भ था। बच्चा अंदर खत्म हो चुका था वहीं महिला को पीलिया था। इलाज में हर संभव प्रयास किया लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। डॉक्टर का कहना है इलाज में किसी तरह की लापरवाही नहीं की न ही किसी ने परिजनों के साथ गलत व्यवहार किया।
तीसरी डिलेवरी थी
राधाबाई की शिवनारायण ने बताया कि वह मजदूरी करता है। यह तीसरी डिलेवरी थी। सात माह का गर्भ था। पहला पुत्र विराट 6 वर्ष का और बेटी करीब डेढ़ माह की है। रात में अचानक पत्नी को दर्द हुआ तो रात करीब ३ बजे ऑटो से लाए थे। सुबह मृत होना बता दिया। डॉक्टरों की टीम ने किया पीएम इधर सूचना पर पुलिस पहुंची और मर्ग कायम कर शव का पीएम कराया है। अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार डॉ. आरके वर्मा, डॉ. आरके साहू एवं डॉ. ज्योति ने शव का पीएम किया। डॉक्टर वर्मा ने बताया कि महिला को उल्टी हुई और यह उल्टी श्वांस नली में चली जाने से मौत हुई है।