स्वर्वेद मंदिर के बारे में जानकर चौंक जाएंगे, ऐसा मंदिर जो सिर्फ वाराणसी में है दुनिया में और कहीं नहीं
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को वाराणसी में स्वर्वेद महामंदिर धाम जाएंगे। स्वर्वेद मंदिर को लेकर कई सवाल लोगों के मन में है। हम आपको बता दें इस मंदिर में किसी भी भगवान की पूजा नहीं होती है। और ऐसा मंदिर है जो सिर्फ वाराणसी में है दुनिया में और कहीं नहीं। जानिए स्वर्वेद मंदिर बारे में
स्वर्वेद मंदिर के बारे में जानकर चौंक जाएंगे, ऐसा मंदिर जो सिर्फ वाराणसी में है दुनिया में और कहीं नहीं
वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को वाराणसी में स्वर्वेद महामंदिर धाम जाएंगे। विहंगम योग के 98वें वार्षिकोत्सव को पीएम मोदी संबोधित करेंगे। उनके साथ वाराणसी आए अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी होंगे। पीएम मोदी के स्वर्वेद मंदिर जाने की खबर के बाद स्वर्वेद महामंदिर लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। हर कोई यह जानना चाहता है कि स्वर्वेद महामंदिर में ऐसा क्या है। अब हम आपकी जिज्ञास को शांत करते हैं। जानिए वाराणसी का स्वर्वेद मंदिर मेडिटेशन का केंद्र है। यह इतना बड़ा है कि यहां पर एक साथ करीब 20 हजार लोग बैठकर शांतिपूर्वक मेडिटेशन सकते हैं। जानिए स्वर्वेद मंदिर के कुछ और आश्चर्य जनक बातें।
मुख्यमंत्रियों की पाठशाला :- वाराणसी में अपने दूसरे दिन के दौरे में पीएम नरेंद्र मोदी ने भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों की पाठशाला ली और नसीहत भी दी। वाराणसी के बरेका में सुबह लगभग करीब दस बजे से बैठक शुरू हुई। बताया जा रहा है कि, पीएम नरेंद्र मोदी ने योगी सरकार की जमकर तारीफ की। पीएम मोदी ने कहाकि, पक्के मन से अगर कोई काम किया जाए, तो उसे पूरा होने से कोई रोक नही सकता। इस बैठक के खत्म होते ही पीएम मोदी सीधे स्वर्वेद मंदिर जाएंगे। पीएम मोदी स्वर्वेद मंदिर 98वें वार्षिकोत्सव में शामिल होंगे। करीब डेढ़ घंटे तक का समय बिताएंगे।
स्वर्वेद मंदिर का अर्थ क्या है? :- स्वर्वेद मंदिर में किसी भगवान की पूजा नहीं होती है। यह सिर्फ मेडिटेशन होता है। चौंक गए न की प्रदेश में ऐसा भी कोई मंदिर है। यह एक मेडिटेशन स्थल है। इस मंदिर का नाम है स्वर्वेद। स्वर्वेद का मतलब है स्व: और वेद। स्व: का एक अर्थ है आत्मा,वेद का अर्थ है ज्ञान। स्व: का दूसरा अर्थ है परमात्मा, वेद का अर्थ है ज्ञान। जिसके द्वारा आत्मा का ज्ञान प्राप्त किया जाता है, जिसके द्वारा स्वयं का ज्ञान प्राप्त किया जाता है, उसे ही स्वर्वेद कहते हैं। इस मंदिर में किसी विशेष भगवान की पूजा के बजाय मेडिटेशन किया जाता है।
बनारस में बिजली नहीं जाएगी चाहे पूरे यूपी की चली जाए, जानिए क्यों?स्वर्वेद मंदिर की खास बातें :- स्वर्वेद महामंदिर विशाल और आकर्षण का केंद्र है। यह सात मंजिला है, 64 हजार स्कवायर फीट में बना है। करीब 35 करोड़ की लागत आई है। यह देश ही नहीं दुनिया का सबसे बड़ा मेडिटेशन सेंटर है। काशी में बना स्वर्वेद मंदिर 180 फीट ऊंचा है। भारत सहित विदेशों में भी हैं इसके अनुयायी। इस सुपर स्ट्रक्चर सुर्खियों में बना हुआ है। मकराना मार्बल से यह मंदिर बनाया गया है। जिसमें 3137 स्वर्वेद के दोहे लिखे गए हैं। इसमें कमल के आकार का गुंबद बना हुआ है।