शीतलहर की चपेट में पूरा पूर्वांचल है। गुरुवार की सुबह कोहरे के साथ दिन की शुरूआत हुई थी। बर्फीली हवाओं के चलते लोगो का घर से निकलना कठिन हो गया था। सर्द हवाओं के आगे राहत के सारे उपाय बेकार साबित हो रहे हैं। दोपहर में थोड़ी देर के लिए धूप निकली थी लेकिन सर्द हवाओं के आगे भगवान भास्कर की किरणे टिक नहीं पायी। कुछ देर बाद धूप का असर खत्म होते ही फिर से हांड कंपाने वाली ठंड पडऩी शुरू हो गयी है। पिछले तीन दिन की बात की जाये तो न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस से अधिक गिर चुका है। हवा में इतनी ठंड है कि टोपी व दस्ताने भी काम नहीं आ रहे हैं। शाम के बाद सड़कों पर भीड़ कम हो जा रही है। दिन ढलने के साथ ही लोग अपने घरों में दुबक जा रहे हैं।
यह भी पढ़े:-सूर्यग्रहण पर सुबह छह बजे से इतने घंटे बंद रहेगा काशी विश्वनाथ मंदिर का कपाट आने वाला है पश्चिमी विक्षोभ का वार्म फ्रंटमौसम वैज्ञानिक प्रो.एसएन पांडेय ने बताया कि जम्मू कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ आया है उसका वार्म फ्रंट 24 घंटे के बाद पूर्वांचल में आ सकता है। इसके चलते अधिकतम व न्यूनतम तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है। उसके बाद 21 दिसम्बर के बाद बूंदाबांदी या बारिश होने की संभावना है। एक बार मौसम साफ होगा तो फिर से तापमान में तेजी से गिरावट होगी और फिर से ठंड में वृद्धि हो जायेगी।
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