सोमवार को मिला था शव इस सम्बन्ध में खुलासा करते हुए डीसीपी गोमती जोन अमित कुमार ने अपने कार्यालय में बताया कि बीती 15 मई दिन सोमवार को चौबेपुर थानाक्षेत्र के डुबकियां इलाके में नलकूप के पीछे आदित्य सिंह के खेत में एक अज्ञता शव मिला था। उसकी शिनाख्त थाना लालपुर-पांडेयपुर के लमही गांव निवासी ठेकेदार अजय के रूप में हुई। मृतक के सिर में चोट के निशान थे और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला घोट कर हत्या की पुष्टि हुई थी।
सीसीटीवी फुटेज से चिह्नित हुआ ऑटो रिक्शा डीसीपी ने बताया कि शव मिलने के बाद परिजनों ने अज्ञात के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया था। इसपर कई टीमें हत्यारे को पकड़ने में लगीं थीं। वहीं पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से एक ऑटो रिक्शा को भी चिह्नित किया था। ऑटो रिक्शा को खोजा गया तो वह ऑटो रिक्शा अजय के खास दोस्त विजय कुमार का निकला। इसपर पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए बुलाया तो वह टूट गया और उसने हत्या की बात क़ुबूल ली।
होली के अपमान का लिया बदला
डीसीपी के अनुसार अकथा निवासी आरोपी विजय कुमार और लमही के अजय में घनिष्ठ सम्बन्ध थे। अजय मकानों की ढलाई में शंटरिंग का ठेका लेता था। पिछली होली में अजय ने विजय की कई लोगों के साथ पिटाई कर दी थी जिससे वह अपमानित महसूस करता था और बदले की भावना उसके दिल में धधक रही थी। इसी बिच 14 मई को शाम में वह ऑटो लेकर अजय की साइट पर पहुंचा और उसे लेकर संदहां गया, जहां दोनों ने छक के शराब पी। विजय के अनुसार वाहन से वापिस लौटने पर ऑटो में अचानक ब्रेक लगने से विजय का सर रॉड में लड़कर फट गया और खून निकलने लगा। इसके बाद मेरे दिल में बदले की भावना जाग गई और मैंने उसका गला घोट कर हत्या कर दी।
शव को चौबेपुर में फेक दिया, पहुंचा पोस्टमार्टम हाउस विजय ने बताया कि शव को नलकूप के पीछे फेंका और वहां से आने पर ऑटो कीचड़ में भी फंसा जिसे एक व्यक्ति की मदद से बाहर निकला और फिर एक जगह रूककर ऑटो से लगा कौन साफ किया और घर आ गया। अगले दिन शव मिलने की सूचना पर डुबकियां नहीं गया क्योंकि वहां पहचान जाने का डर था। सीधे जिला अस्पताल और फिर वहां से पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा और दाह संस्कार तक साथ रहा। पुलिस ने बाद में पकड़ लिया।