कुल इतने मतदाता वाराणसी मंडल की एक नगर निगम, 7 नगर पालिका और 18 नगर पंचायत सीट पर कुल 24 लाख 37 हजार 278 मतदाता हैं। ये कई दिग्गज नेताओं के भाग्य का फैसला आज करेंगे। बुधवार देर शाम तक प्रत्याशी इन मतदाताओं को रिझाने के लिए उनके घरों तक पहुंचे और उन्हें अपने पक्ष में वोट देने के लिए मनुहार की।
वाराणसी तीन मंत्रियों की इज्जत दांव पर वाराणसी मेयर सीट पर तीन मंत्रियों की इज्जत दांव पर लगी हुई है। कैबिनेट मिनिस्टर अनिल राजभर, मंत्री रविंद्र जायसवाल और मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु ने चुनाव प्रहार में पूरी ताकत झोंकी दी है। पार्टी प्रत्याशी अशोक तिवारी के प्रचार प्रसार में पदयात्रा, जनसभा, संवाद आदि कार्यक्रम कर इन तीनोंदिग्गजों ने पार्टी के पक्ष में माहौल बनाया है। ऐसे में इनकी इज्जत दांव पर लगी है। वहीं विधायक सौरभ श्रीवास्तव भी चुनाव प्रचार में पार्षद प्रत्याशियों के साथ क्षेत्र में घूमकर वोट मांगते दिखाई दिए थे।
चंदौली में केंद्रीय मंत्री ने संभाली थी कमान चंदौली के सांसद और केंद्रीय मंत्री महेन्द्रनाथ पांडेय ने चंदौली की सभी सीटों पर चुनाव की बागडोर संभाल रखी थी। प्रत्याशियों के पक्ष में उन्होंने कई एक सभाएं और संवाद का कार्यक्रम किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र, प्रदेश की डबल इंजन सरकार के बाद ट्रिपल इंजन की सरकार का भी वादा किया था।
जौनपुर में बसपा का किला भेदना मुश्किल जौनपुर सदर सीट पर बसपा की माया टंडन और उन पति दिनेश टंडन का किला भेदना सभी दलों के लिए चुनौती बन गया है। यहां भाजपा प्रत्याशी जीत के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं। उनके पक्ष में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 1 मई को चुनावी जनसभा भी की थी। वहीं शाहगंज नगर पालिका सीट बचाने की भाजपा के आगे चुनौती दिखाई दे रही है। कई पार्टी पदाधिकारी टिकट को लेकर नाराज चल रहे हैं।
गाजीपुर में फेल रही है सबकी गणित गाजीपुर नगरपालिका परिषद की अध्यक्ष सीट परंपरागत तौर पर भाजपा के खाते में रही है। 1995 से 2017 तक के पांच बार के चुनाव में लगातार भाजपा के उम्मीदवारों ने परचम लहराया है। इसमें तीन बार भाजपा के रोहिणी कुमार ने जीत दर्ज की। इसके बाद भाजपा के ही विनोद अग्रवाल और उनकी पत्नी सरिता अग्रवाल चेयरमैन रहीं। इसबार भी भाजपा ने निवर्तमान अध्यक्ष सरिता अग्रवाल पर भरोसा जताया है। हालांकि, सपा ने इस बार उम्मीदवार बदलते हुए दिनेश यादव पर भरोसा किया है। सियासी जानकारों के मुताबिक इस बार भाजपा सपा के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है।