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प्रियंका गांधी वाराणसी के लालबहादुर शास्त्री पहुंचीं उनका भव्य स्वागत हुआ। वहां से वो रविदास मंदिर के लिये रवाना हुईं तो रास्ते में भी जगह-जगह कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। रविदास जन्स्थान मंदिर पहुंचीं तो वहां भी मुख्य द्वार पर ट्रस्ट की ओर से स्वागत हुआ। रविदास मंदिर में उन्होंने संत रविदास की प्रतिमा के सामने मत्था टेककर आशीर्वाद मांगा। संत निरंजन दास से मिलीं और उनके साथ मंच पर भी गईं। उनसे बातचीत के बाद वह सत्संग में गईं और वहां चल रहा लंगर छका और प्रसाद ग्रहण किया।
इस दौरान प्रियंका गांधी ने कहा कि सच्चे धर्म में राजनीति नहीं होती। यह न बैर सिखाता और न ही तोड़ता और भेदभाव करता है। वह लोगों में प्रेम का संदेश देता है। सेवा भाव जाग्रत करता है। आपस में जोड़ता है। उन्होंने ट्वीट भी किया… ‘”जो हम सहरी, सु मीत हमारा।” समता, समभाव, सेवा एवं सद्भावना का गुरुमंत्र देकर एक आदर्श समाज बनाने की प्रेरणा देने वाले संत शिरोमणि श्री गुरु रविदास जी की जयंती पर वाराणसी में उनके चरणों में नमन करने का आज पुन: सौभाग्य मिला। श्री गुरु रविदास जी के गुरुमंत्र से सबका कल्याण हो।’
बताते चलें कि प्रियंका गांधी दूसरी बार संत रविदास मंदिर पहुंचीं हैं। इसके पहले वह साल 2020 में भी संत रविदास मंदिर आकर आशीर्वाद ले चुकी हैं। उनका इस बार का दौरा खास इसलिये माना जा रहा है क्योंकि कांग्रेस दलितों और पिछड़ों में पैठ बनाने की कोशिश में जुटी है और प्रियंका गांधी भी उत्तर प्रदेश में अपने दौरे के दौरान मंदिरों में जा रही हैं।