scriptकोरोना काल में खुद हुए थे बेरोजगार, अब सैंकड़ों को दे रहे रोजगार, जानिए काशी के होनहार की सफलता का राज | Praveen Dubey of Varanasi becomes inspiration for youth in IT industry | Patrika News
वाराणसी

कोरोना काल में खुद हुए थे बेरोजगार, अब सैंकड़ों को दे रहे रोजगार, जानिए काशी के होनहार की सफलता का राज

वाराणसी के बड़ागांव इलाके के चंगवार गांव के जेपी दुबे के पुत्र प्रवीण दुबे युवाओं के लिए प्रेरणा बनकर उभरे हैं। प्रवीण स्नातक हैं और कोरोना काल में जब ये जॉबलेस हुए तो ये डिप्रेशन में नहीं गए बल्कि कुछ ऐसा किया कि अब सैंकड़ों युवाओं को ये रोजगार बांट रहे हैं और इनके चर्चे विदेश तक हैं।

वाराणसीOct 27, 2023 / 08:23 pm

SAIYED FAIZ

Praveen Dubey is an inspiration for the youth of Varanasi

Varanasi News

वाराणसी। देश में सिर्फ शहरी क्षेत्र के लोग ही स्टार्टअप से अपना सपना साकार नहीं कर रहे हैं बल्कि ग्रामीण परिवेश के लोग भी अपना ही नहीं औरों का भी सपना अपने स्टार्टअप से साकार कर रहे हैं। उन्ही में से एक हैं काशी के रहने वाले प्रवीण दुबे। बड़ागांव थानाक्षेत्र के चंगवार गांव के रहने वाले जेपी दुबे और आरती दुबे के बेटे प्रवीण दुबे का स्टार्टअप इन दिनों देश और दुनिया में आईटी सेक्टर में चर्चा का विषय बना हुआ है। कोरोना काल में बेरोजगार हुए काशी विद्यापीठ के स्नातक प्रवीण ने सिर्फ अपने ही भविष्य के लिए नहीं बल्कि औरों के भविष्य के लिए सोचा और वेबक्लिक्स नामक स्टार्टअप आईटी सेक्टर में शुरू किया। नोएडा से शुरू हुई यह कंपनी धीरे-धीरे आईटी के क्षेत्र में कामयाब हुई और आज हर किसी की जुबान पर इसका नाम है। प्रवीण ने सैंकड़ों ऐसे बेरोजगारों को जॉब दी जो कोरोना के बाद घर में थे और डिप्रेस्ड थे।
कोरोना काल में बहुत कुछ देखने को मिला

प्रवीण ने बातचीत में बताया कि कोरोना काल में जब जॉब गई तो कई सारी लगीं। कभी-कभी तो डिप्रेस्ड रहा और दीवारों से बात की पर यह भी दिमाग में आता था कि लाखों लोगों की नौकरी गई है सिर्फ अकेला मै ही तो नहीं हूं। इसके बाद लॉकडाउन के सहारे मोबाइल पर कई सारे स्टार्टअप की कहानियां देखीं और उससे एक सीख मिली की कोई काम बड़ा छोटा नहीं होता बस आप की मेहनत पर सब कुछ डिपेंड है और फिर घर वालों और कुछ साथियों की मदद से नोएडा में वेबक्लिक्स नामक स्टार्टअप शुरू किया जो आईटी सेक्टर बेस्ड था।
पीएम के डिजिटल इंडिया मिशन को साकार कर रहे हैं

प्रवीण ने बताया कि वेबक्लिक्स धीरे धीरे बड़ी होती गई। देश ही नहीं विदेश से भी आईटी के सेक्टर में हमने काम किए हैं। डिजिटल मार्केटिंग से लेकर सॉफ्टवेर डेवेलपमेंट तक के सर्विस के एक्सपर्ट प्रवीण दुबे आज डिजिटल इंडिया मिशन को और साकार करने में अहम योगदान दे रहे है। प्रवीण ने कहा कि मुझे बेहद खुशी है कि जिस तरीके से भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आईटी इंडस्ट्री में आगे बढ़ा है वो सराहनीय है जिससे आज डिजिटल इंडिया के मिशन को कामयाबी मिल रही है।
वाराणसी में है अपार संभावनाएं
वेबक्लिक्स के ओनर प्रवीण दुबे ने बताया कि बनारस में आईटी सेक्टर में अपार संभावनाएं हैं। खासकर ट्रेवल एंड टूरिज्म के क्षेत्र को आईटी सर्विस से लैस कर चीजों को आसान बनाया जा सकता है जिससे विजिटर्स को बनारस शहर और आकर्षित करेगा। हम वेबक्लिक्स के माध्यम से इस इंडस्ट्री में नए नए तकनीक से बेहतर सर्विस प्रदान करने की कोशिश कर रहे है। और साथ बनारस क्षेत्र के युवाओं को इस इंडस्ट्री में अपना बेहतर भविष्य बनाने के लिए प्रेरित कर रहे है।

Hindi News / Varanasi / कोरोना काल में खुद हुए थे बेरोजगार, अब सैंकड़ों को दे रहे रोजगार, जानिए काशी के होनहार की सफलता का राज

ट्रेंडिंग वीडियो