वाराणसी. एसएसपी प्रभाकर चौधरी की सख्ती का असर दिखने लगा है। बनारस में भांग की दुकान से अब गांजा बिकने पर रोक लग गयी है। तस्करों ने गांजा बेचने का नया तरीका निकाला था। प्रतिदिन 325 रुपये मजदूरी देकर एक व्यक्ति को भांग की दुकान के पास खड़ा कर देते थे जो पुडिय़ा में नशेडिय़ों को गांजा उपलब्ध कराता था। क्राइम ब्रांच व फूलपुर पुलिस ने ऐसे ही मामले का खुलासा किया है। पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ कर उसके पास से 10 लाख मूल्य का 51.5 किलो गांजा व बिक्री के 45460 बरामद करने में सफलता पायी है जबकि मुख्य आरोपी फरार होने में कामयाब हो गया। यह भी पढ़े:-नगर आयुक्त हुए परेशान, मीटिंग में पार्षद पतियों से नहीं आने को कहा
IMAGE CREDIT: Patrika एसपी क्राइम ज्ञानेन्द्र प्रसाद ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि फूलपुर थाना क्षेत्र के मंगारी बाजार में भांग के ठेके के पास गांजा बिक रहा है। क्राइम ब्रांच, चौबेपुर व फूलपुर पुलिस ने एक व्यक्ति को ग्राहक बना कर भेजा। दुकान के पास खड़ा व्यक्ति ने गांजा देने के लिए पैसा लिया और भांग के दुकान के पास की दुकान से लाकर गांजा देने लगा। क्राइम ब्रांच व पुलिस ने तुरंत मौके पर जाकर गांजा बेचने वाले को पकड़ लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम राजू निवासी दुदिलपुर थाना बड़ागांव बताया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि पहडिया के श्रीनगर निवासी राजेन्द्र जायसवाल की मंगारी पर भांग की दुकान है। राजेन्द्र जायसवाल ने एक मकान किराये पर लेकर वहां पर भारी मात्रा में गांजा रखा था और राजू वहा से पुडिय़ा में गांजा लाकर भांग की दुकान के पास खड़ा रहता था। भांग की दुकान पर जो व्यक्ति गांजा लेने आता था उसे राजू के पास भेज दिया जाता है जो उन्हें गांजा की सप्लाई करता था। राजू के बताये गये ठिकाने पर क्राइम ब्रांच व पुलिस ने ५१.५ किलो गांजा बरामद किया है। गोदाम पर छापेमारी के दौरान राजेन्द्र जायसवाल पुलिस को देख कर फरार हो गया। पुलिस का दावा है कि जल्द ही फरार आरोपी भी जेल में होगा। गांजा बरामद करने में क्राइम ब्रांच के एसआई प्रदीप कुमार, पुनदेव सिंह, सुमंत सिंह, सुरेन्द्र मौर्य, फूलपुर थाने के प्रभारी निरीक्षण् सनवर अली, चौबेपुर एसओ मनोज कुमार आदि पुलिसकर्मी शामिल थे। पत्रकार वार्ता में एसपीआरए एमपी सिंह व सीओ पिंडरा अनिल राय उपस्थित थे। यह भी पढ़े:-पथराव के बाद अराजक तत्व जलाने जा रहे थे वाहन, इंस्पेक्टर ने कहा कि मैं बैठा हूं पहले मुझे जलाओ
दिव्यांगों से बेचवाया जा रहा गांजा एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि यदि भांग के ठेके से गांजा बिका तो संबंधित थानेदार जिम्मेदार होगा। एसएसपी के निर्देश का असर हुआ कि अब भांग के ठेकों से गांजा बिकना बंद हो गया। तस्करों ने नया तरीका निकाला हुआ है। पुलिस सूत्रों की माने तो कुछ पैसा देकर दिव्यांगों से अब गांजा बिकवाया जा रहा है। भांग की दुकान के बाद यह दिव्यांग खड़े रहते हैं इनको देख कर पुलिस को भी शक नहीं होता है और वह निश्चित ग्राहकों को गांजा बेचते है। यह भी पढ़े:-देश का अनोखा पुलिस स्टेशन, थाना प्रभारी की कुर्सी पर खुद विराजमान रहते हैं बाबा काल भैरव
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