लक्सा थाना प्रभारी भूपेश कुमार राय ने बताया कि रविवार को पुलिस की टीम गश्त कर रही थी। इसी बीच गुरुबाग तिराहे पर तैनात अमित कुमार व दयाशंकर दुबे ने फोन करके बताया कि दो युवक को संदिग्ध अवस्था में पकड़ा गया है जो खुद को बिहार पुलिस के जवान व बिहार आईपीएस के बॉडीगार्ड बता रहे हैं। सूचना पर पहुंची लक्सा पुलिस ने जब दोनों युवकों से परिचय जानना चाहा तो पहले धौंस दिखाने लगे। इसके बाद पुलिस ने दोनों पकड़ा और थाने लाकर कड़ाई से पूछताछ की। पुलिस की सख्ती के आगे दोनों टूट गये और सारी बात बतायी। पूछताछ में युवकों ने अपना नाम नगवा निवासी मनोज तिवारी व बिहार के रोहित कुमार बताया। युवकों ने बताया कि वह राहगीरों को पुलिस का धौंस जमा कर उनके रुपये लूट लेते थे। कभी कोई पुलिस वाला आ जाता था तो बिहार आईपीएस का बॉडीगार्ड बता कर सारे मामले को दबा देते थे। काफी दिनों से वह लोगों का पैसा छीनने में लगे थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से फर्जी परिचय पत्र व बाइक भी बरामद की है। पुलिस जांच में जुटी है कि दोनों युवकों ने फर्जी पुलिस बन कर कितने लोगों को शिकार बनाया है उनके साथ और लोग तो नहीं शामिल थे।
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