मोबाइल से जुड़ा होता है सिस्टम कोरोना की दूसरी लहर अभी समाप्त नहीं हुई है और तीसरी की आशंका जताई गई है। कोविड के फर्स्ट फेज से ही प्रदेश में स्कूल बंद हैं। एक साल से अधिक समय से बच्चे ऑनलाइन क्लास कर रहे हैं। ऑनलाइन क्लास में कई बार बच्चे लापरवाही से पढ़ाई करते हैं। ऐसे में स्मार्ट कुर्सी-टेबल शिक्षकों को लापरवाह बच्चों को पहचानने में मदद करेगा। स्मार्ट कुर्सी-टेबल का पूरा सिस्टम इंटरनेट से संचालित होने के साथ स्कूल के टीचर्स के मोबाइल फोन से जुड़ा होता है।
इस तरह काम करेगा कुर्सी-टेबल इस टेबल और कुर्सी में एक 14 इंच का एलसीडी डिस्प्ले लगा है, जिसमें बच्चे अपने मोबाइल फोन के स्क्रीन को कनेक्ट कर मोबाइल स्क्रीन को बड़ा कर सकते हैं। जिससे उन्हें ऑनलाइन क्लास को समझने में और आसानी होगी। इसमें कैमरा भी लगा है, जिससे टीचर्स बच्चों पर ऑनलाइन नजर रख सकते है। बच्चे के कुर्सी पर बैठने के बाद इसका चैनल लॉक हो जाएगा जो क्लास पूरी होने के बाद ही अनलॉक होगा। इससे बच्चा क्लास के बीच में उठ नहीं सकेगा। बीच में उठने के लिए उसे टीचर से परमिशन लेनी होगी।
करीब 10 हजार से रोबो चेयर की लागत रोबो चेयर को घर में रखे सामानों से तैयार किया गया है। इसकी कीमत करीब 8-10 हजार है। टेबल में 14 इंच का डिस्पले लगा होगा, जो बच्चों को ऑनलाइन मैटेरियल बड़ा करके दिखाएगा।