वाराणसी. काशी विश्वनाथ मंदिर में चढ़ाये गये फूल, धतुरा व बेलपत्र से आपका घर सुगंधित होगा। महिलाओं को रोजगार मिलने के साथ ही मंदिर में मिलने वाली सुविधाओं में भी बढ़ोतरी होगी। कमिश्रर दीपक अग्रवाल ने बताया कि फूलों से मंगलदीप अगरबत्ती तैयार हो चुकी है जिसे अब लोगों के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है। यह भी पढ़े:-इस मंदिर में है महादेव का ससुराल, दर्शन करने से संतान होने की मनोकामना होती है पूर्ण
IMAGE CREDIT: Patrika काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रतिदिन हजारों से लेकर लाखों भक्त आते हैं। सावन में आने वाले भक्तों की संख्या कई गुना बढ़ जाती है। सभी भक्त बाबा को माला व बेलपत्र चढ़ाते हैं। मंदिर में प्रतिदिन भारी मात्रा में माला, धतुरा व बेलपत्र एकत्रित हो जाता है। मंदिर में चढ़ा होने के कारण माला व फूल का विशेष ध्यान दिया जाता है। पहले तो इसे कंपोस्टिंग करके अन्य कार्य में उपयोग किया जाता था लेकिन अब मंदिर प्रशासन ने एक कदम और बढ़ाते हुए माला व बेलपत्र से अगरबत्ती बनाने का काम शुरू किया गया है। आईटीसी कंपनी ने फूल से अगरबत्ती बनाने की तकनीक दी है और महिला समूह द्वारा चंदौली व राजातालाब तहसील में अगरबत्ती बनाने का काम शुरू हो गया है। अगरबत्ती अब आम लोगों तक पहुंचने को तैयार है। मंदिर प्रशासन की इस पहल से सभी को बड़ा फायदा होने वाला है। बाबा को चढ़े फूल व माला एक बार फिर पूजा में उपयोग होंगे। अगरबत्ती बेचने से जो लाभ मिलेगा। उसका एक अंश मंदिर की व्यवस्था सुधार में खर्च होगा। इससे भक्तों को अच्छी सुविधा दिलाने में आसानी होगी। साथ ही महिलाओं को घर बैठे ही रोजगार मिलेगा। कमिश्रर दीपक अग्रवाल ने बताया कि काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट व आईटीसी की संयुक्त ब्रांडिंग से इसे बाजार में बेचने की तैयारी है। अगरबत्ती के उपर बाबा विश्वनाथ व आईटीसी का लोगो लगा हुआ है। फूल-माला से अगरबत्ती बनाने की योजना की शुरूआत हो चुकी है। मुझे पूरा विश्वास है कि अधिक से अधिक संख्या में लोग इस अगरबत्ती का प्रयोग करेंगे। इससे अधिक महिलाओं को रोजगार देने में आसानी होगी। यह भी पढ़े:-ज्योतिषाचार्य ने चन्द्रयान-2 को लेकर की बड़ी भविष्यवाणी, कहा मीन राशि में हुआ है प्रक्षेपण