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इसके लिये आईआईटी बीएचयू और एचडीएफसी बैंक लिमिटेड के बीच एक एमओयू (समझौता पत्र) साइन किया गया है। इसके तहत, एचडीएफसी बैंक 1 जनवरी 2021 से 31 दिसंबर, 2021 की अवधि के लिए आईआईटी(बीएचयू) को पचास लाख (50 लाख) की का फंड देगा। संस्थान इस धनराशि को आई-डीएपीटी-हब फाउंडेशन के तहत स्टार्ट-अप्स कीे फंडिंग, परामर्श कार्यक्रम और इनक्यूबेट करने के लिए इस्तेमाल करेगा।
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आईआईटी के डायरेक्टर प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने बताया कि एचडीएफसी बैंक लिमिटेड अपने कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के माध्यम से स्टार्ट-अप इनक्यूबेटर फंडिंग कार्यक्रमों सपोर्ट कर रहा है। इसके अनुसार यह एमओयू आई-डीएपीटी-हब फाउंडेशन के उद्देश्य को आगे बढ़ाने में मदद करेगा। उन्होंने कहा है कि आई-डीएपीटी-हब फाउंडेशन अपने प्रशासनिक, कौशल विकास और प्रशिक्षण कार्यक्रम के खर्चों के लिए अनुदान राशि का उपयोग करेगा और स्टार्ट-अप्स को आवंटित करेगा। स्टार्ट-अप के पूल में एचडीएफसी बैंक या आई-डीएपीटी-हब फाउंडेशन द्वारा चुने गए स्टार्ट-अप्स शामिल होंगे।
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क्या है आई-डीएपीटी-हब फाउंडेशन
प्रो. जैन ने बताया कि आई-डीएपीटी-हब फाउंडेशन विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के राष्ट्रीय मिशन कार्यक्रम के तहत सेक्शन 8 कंपनी है। इस कंपनी का उद्देश्य व्यावसायिक और सामाजिक प्रभाव उत्पन्न करने के लिए वैज्ञानिक और तकनीकी और ज्ञान पूंजी से उभरने वाले विचार और नवाचारों के अनुवाद को प्रेरित और पोषण करना है और निर्माण करके क्षेत्र और देश के आर्थिक विकास और सामाजिक कल्याण में योगदान करना है, बाजार की तत्परता के लिए प्रौद्योगिकी के निर्माण और अनुवाद के लिए आवश्यक बुनियादी ढाँचा, मौजूदा उपक्रमों द्वारा इसे अपनाने और स्टार्ट-अप उपक्रमों के निर्माण और शिक्षा, उद्योग और वित्तीय संस्थानों और आवश्यक रूप से ऐसी अन्य सहायता के बीच नेटवर्क भी स्थापित करना है।