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वाराणसी

जिसके कार्यकाल में हुई थी राजघाट पुल पर भगदड़, उनको मिली है कुंभ कराने की जिम्मेदारी

काशी के इतिहास में पहली बार भगदड़ के चलते २५ लोगों की हुई थी मौत, जानिए क्या है कहानी

वाराणसीDec 21, 2017 / 02:38 pm

Devesh Singh

IAS Vijay Kiran Ananad and IPS Akash Kulhari

IAS Vijay Kiran Ananad and IPS Akash Kulhari

वाराणसी. सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक साथ दर्जनों आईएएस अधिकारियों के तबादले कर दिये हैं। यूपी सरकार ने जिलों में प्रशासनिक कार्यप्रणाली को ठीक करने के लिए यह तबादले करने की बात कही जा रही थी। यूपी सरकार ने बनारस में जिलाधिकारी रहे विजय किरन आंनद को कुंभ मेले का प्रभारी बनाय गया है जबकि इलाहबाद में इस समय आकाश कुलहरि एसएसपी है। इसे संजोग कहा जाये या कुछ और। दोनों अधिकारी जब काशी में थे तो उसी समय शहर के इतिहास में पहली बार भगदड़ में २५ लोगों की मौत हुई थी।
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बनारस में 15 अक्टूबर 2016 को जय गुरुदेव के उत्तराधिकारी पंकज बाबा की तरफ से निकाली गयी शोभायात्रा के दौरान ही राजघाट पुल पर भगदड़ मची थी। भारी संख्या में लोग राजघाट पुल पार करके पड़ाव जा रहे थे इसी दौरान पुल टूटने की अफवाह मच गयी थी और भगदड़ के चलते 25 लोगों की मौत हो गयी थी। इसके बाद प्रदेश में सियासी तुफान मच गया था। सपा सरकार के तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने उस समय तैनात जिलाधिकारी विजय किरन आनंद व एसएसपी आकाश कुलहरि को उनके पद से हटा दिया गया था। इसके अतिरिक्त कई अन्य अधिकारी को निलंबित किया था। मामले की जांच के लिए न्यायिक आयोग भी गठित किया गया था जिसकी जांच तो पूरी हो गयी है, लेकिन अभी रिपोर्ट नहीं आयी है। इसी प्रकरण में कोर्ट के आदेश पर एक पूर्व एडीएम को जेल भेजा गया है। इससे साफ हो जाता है कि राजघाट पुल पर हुई भगदड़ में न तो किसी को क्लीन चिट मिली है और न तो किसी को दोषी ठहराया गया है।
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कुंभ मेले में जुटती है करोड़ों की भीड़
इस बार इलाहाबाद में अर्धकुंभ होना है, लेकिन यूपी सरकार ने कुंभ मेला का लोगो जारी किया है। दो जनवरी से महाशिवरात्रि तक चलने वाले इस मेले में करोड़ों लोगों की भीड़ जुटती है। सबसे अधिक भीड़ मकर संक्राति व मौनी अमावस्या को होती है। इस बार आतंकी संगठन आईएसआईएस ने भी कुंभ मेले को लेकर धमकी दी है, जिसके चलते यह मेला अधिक संवेदनशील हो गया है। अब दोनों अधिकारियों के पास एक बड़ा मौका है, जिससे वह शांतिपूर्ण ढंग से मेले का आयोजन करा कर राजघाट पुल पर हुई दुर्घटना के दाग धो सकते हैं।
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