क्रूज़ के संचालक विकास मालवीय ने बताया कि रविदास घाट से राजघाट तक अभी क्रूज़ का संचालन हो रहा है। पर्यटक सुबहे -ऐ-बनारस और घाटों की आरती का अद्भुत नजारा देख रहे थे। अब इसका विस्तार करते हुए क्रूज़ रविदास घाट से मार्कडेंय धाम तक जाएगा। करीब 55 किलोमीटर की यात्रा होगी। गंगा की ये यात्रा में 9 घंटे में तय होगी। क्रूज़ पर कुशल गाइड रहेंगे जो पर्यटकों को काशी के धरोहरों के संबंघ में धार्मिक ,आध्यात्मिक और ऐतिहासिक जानकारी देंगे। क्रूज़ पर ही बनारसी खान -पान का इंतज़ाम होगा। सुरक्षा की दृष्टि से ये क्रूज़ अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप है ,और सुरक्षा के सभी उपकरणों से लैस है।
इसके अंदर की साज सज्जा में काशी का धार्मिक और अध्यात्म के नजारे के साथ ही यहाँ के धरोहरों का इतिहास भी दर्शाया गया है। अत्याधुनिक क्रूज़ व क़रीब 200 लोगो की क्षमता वाली दो रो-रो बोट स्वामी विवेकानंद और सैम माणिक शाह के अलावा दो और क्रूज़ पहले से ही काशी के घाटों की सैर करा रहा है।