खतरे के निशान पर गंगा वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ने से हालात खराब होते जा रहे हैं। हालात ये हो गए हैं कि घाटों की सीढ़िया डूबने लगी हैं। शवों के दाह संस्कार के लिए जगह नहीं बची है। गंगा का जलस्तर बढ़ने की वजह से आस पास के 206 गांव में अलर्ट जारी किया गया है। दशश्वमेघ घाट में भी पानी भर गया है। जिसकी वजह से गंगा आरती भी बाढ़ के बीच ही हुई। गंगा के जलस्तर में मिर्जापुर, बलिया, चंदौली, गाजीपुर. प्रयागराज, बलिया और भदोही तक बढ़ोतरी दर्ज की गई है। गाजीपुर और बलिया में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के पास पहुंच गई हैं। कई जिलों में आवाजाही भी बाधित है।
लगातार बारिश से बाढ़ का खतरा लगातार हो रही बारिश से बाढ़ का खतरा बना हुआ है। झांसी में नदियों के जलस्तर में लगातार पानी का स्तर बढ़ रहा है जिस वजह से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। लगातार हो रही बारिश के कारण कई बांधों का जलस्तर काफी बढ़ गया है। 7 बाधों में 5 लाख 4 हजार 300 क्यूसेक पानी बेतवा, पहुज और धसान नदी में छोड़ा गया। डोंगरी बांध का जलस्तर बढ़कर 273 मीटर के करीब पहुंच गया है जिसकी वजह से इसका पानी पहुंज में छोड़ा जाएगा।
24 घंटों में इन जिलों के लिए बारिश का अलर्ट प्रदेश में 24 घंटों के दौरान पश्चिमी यूपी में कुछ स्थानों और पूर्वी यूपी में छिटपुट तौर पर बारिश हुई या गरज चमक के साथ बौछारें पड़ीं। इस अवधि में प्रदेश में सबसे अधिक 21 सेंटीमीटर बारिश ललितपुर के तालबेहट और ललितपुर मुख्यालय पर 12 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा गोरखपुर के चंद्रदीप घाट में पांच, झांसी में चार, सिद्धार्थनगर और देवरिया में 3-3 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई।