जहां तक सवाल है गायकशी या पुलिस इंस्पेक्टर के जान से जाने का। जान तो गयी है। जान किस तरीके से गयी है यह सब जानते हैं और जो लोग बहुत ही जिम्मेदार कुर्सी पर बैठे हैं वह किसी जांच, इनक्वायरी के या कोर्ट के निर्णय आये बिना ही फरमा रहे हैं कि यह हादसा है। अगर आप इसे हादसा कहेंगे तो पुलिस का मनोबल कहा जायेगा। अगर हादसा है तो कोर्ट को यही बात कहने दीजिए। अगर कत्ल है तो कोर्ट को कहने दीजिए। कोई गुनहगार है तो कोर्ट ही कहे। हमें आपको कहने का हक नहीं है यह काम अदालत का है। यह काम पुलिस की चार्टशीट का है। असहिष्णुता के प्रश्र पर कहा कि मै ता ेकुछ कह नहीं सकता हूं। जांच से पहले कैसे कहा जा सकता है कि यह हादसा था हादसे में कोई व्यक्ति खुद को गोली नहीं मार लेगा। जबकि रिवाल्वर भी उनसे छीन लिया गया था। पुलिस का मनोबल बढ़ाने की जरूरत है ताकि ऐसी किसी स्थिति का आसानी से सामना कर सके। यह घटना दुभाग्यपूर्ण है।रजा मुराद ने कहा कि मैं मुसलमान हूं। मेरे साथ किसी तरह की घटना नहीं हुई है मुझे कभी किसी ने मुसलमान होने के नाते धमकी नहीं दी है। मेरे पास कभी धमकी देने वाला मेल नहीं आया है। धमकी नहीं मिली। लेकिन नसीर चिंतित हुआ है तो उससे पूछिये कि क्यों खौफजदा हुआ है। इसकी वजह क्या है उस बात की गहराई में जाने की कोशिश करे।
यह भी पढ़े:-विदेश मंत्री सुषमा स्वराज व जनरल वीके सिंह पहुंचे बनारस, प्रवासी सम्मेलन की तैयारियों का लेंगे जायजा इमरान खान के बयान पर किया पलटवार, कहा पहले अपना घर संभालेरजा मुराद ने पाकिस्तानी पीएम इमरान खान के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि पहले अपना मुल्क संभाले और फिर पड़ोसी देश में झांकने की कोशिश करे। पाकिस्तान में शियाओं की मस्जिद मे बम ब्लास्ट होते हैं और सैकड़ों लोग मारे जाते हैं। पाकिस्तान को पहले अपने घर की चिंता करनी चाहिए।
यह भी पढ़े:-एक बार फिर आमने-सामने हो सकते हैं मायावती व राजा भैया, अखिलेश यादव बनायेंगे दूरी वालिद कहते हैं कि बेटियों की शादी में जरूर जाना चाहिएबनारस आने के कारण को बताते हुए रजा मुराद ने कहा कि मेरे दोस्त अजमल की भांजी की शादी है। मेरे वालिद कहते थे कि बेटे की शादी में भले मत जाओ लेकिन बेटी की शादी में जरूर जाना चाहिए। ऐसे में बनारस में दोस्ती निभाने व वालिद की बात मानने आया हूं।
यह भी पढ़े:-रामविलास पासवान ने बढ़ायी इन दो नेता की ताकत, बैकफुट पर आयेगी बीजेपी