स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने दी बधाई
अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि प्रदेश में
योगी आदित्यनाथ सरकार को अखिल भारतीय संत समिति हार्दिक बधाई और धन्यवाद देती है। काशी जिसे मनाती है उसे दुनिया मनाती है और काशी जिसको मानती है उसे दुनिया मानती है। ये हजारो वर्षो से परंपरा और चलन में है। काशी की देव दीपावली एक प्राचीन उत्सव है।
कोई सरकार इसे नहीं मानी थी
स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि इसको काशी के साहित्यकारों ने उसे अपने स्वरूप में लिखे थे परन्तु काशी का देव दीपावली गंगा और गंगा के
घाट पर सबसे लंबी सीढ़ियां और उन सीढ़ियों पर जलते दीप ये दुनिया में और कहीं नहीं मिलेगा। किसी सत्ता और सरकार की मान्यता नहीं थी। ये जन समाज का उत्सव है। काशी के लक्खा मेलों में से एक है। इसको राज्य सरकार ने माना की ये मेला है। इसके लिए राज्य की सरकार और योगी आदित्यनाथ जी जो भारतीय संस्कृति, सनातन परंपरा को आगे बढ़ाने का निरंतर कार्य कर रहे हैं उनको ढेर सारा आशीर्वाद और बधाई।
कमिश्नर ने क्या कहा ?
कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने बताया कि 12 से 14 नवंबर तक होने वाला गंगा महोस्तव आरपी घाट पर होगा। वाराणसी के स्थानीय कलाकारों, काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव के प्रतिभागियों के साथ ही बाहरी प्रतिभागियों को भी मंच दिया जाएगा। कमिश्नर ने कहा कि इस बार देव दीपावली का मकसद
वाराणसी के लोगों की सहभागिता को बढ़ाना है। इसके लिए सिविल डिफेन्स, रेड क्रॉस सोसाइटी और गंगा सफाई समिति के सदस्यों के साथ पांच हजार लोगों को जोड़ा जाएगा।
वेदपीठ के ब्राह्मणो के दिया धन्यवाद
देव दिवाली को राजकीय मेला घोषित होने के बाद वेदपीठ के ब्राह्मणो ने योगी आदित्यनाथ को बधाई दिया। ब्राह्मणों में मंत्रोच्चार कर के अपनी बधाई अभिव्यक्त की।