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रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव ने बताया कि कैंट स्टेशन पर मालगाड़ी के चलते भी बहुत लोड रहता है जिसका असर यात्री ट्रेनों के समय से परिचालन पर पड़ता है। शिवपुर के पास काम चल रहा है जिसके पूरा होते ही 60 प्रति मालगाड़ी बिना कैंट रेलवे स्टेशन आये ही मुगलसराय निकल जायेगी। अक्टूबर तक यह काम हो जायेगा। इसके बाद मालगाड़ी के चलते यात्री ट्रेन लेट नहीं होगी।
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कैंट रेलवे स्टेशन के सेकेंड इंट्री के विकास पर कुल 350करोड़ खर्च होंगे। इसका प्रोजेक्ट तैयार हो चुका है। रक्षा विभाग से जमीन को लेकर कुछ समस्या है, जो जल्द ही सुलझा ली जायेगी। उन्होंने कहा कि सेकेंड इंट्री के आरंभ हो जाने से शहर के एक बड़े हिस्से को रेलवे स्टेशन पहुंचने में कम समय लगेगा।
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ट्रेन को आउटर पर रोकने, सही लोकेशन नहीं मिलने व रेलवे से ट्रेन की गलत जानकारी मिलने के प्रश्र पर कहा कि इस पर भी काम चल रहा है। इसके लिए इसरो से सहमति बन चुकी है और प्रोजेक्ट पर काम तेजी से चल रहा है। प्रोजेक्ट जून 2020 तक पूरा हो जायेगा। इसके बाद प्रत्येक 30 सेकेंड में ट्रेन के रियल टाइम की जानकारी मिल जायेगी। इसी से किस ट्रेन को किस रूट पर जाना है इसका चार्ट भी ओटोमैटिक तैयार हो जायेगा। उन्होंने कहा कि कैंट रेलवे स्टेशन पर जब ट्रेन संचालन का लोड कम होगा। तभी स्टेशन की पूरी तरह से कायाकल्प हो जायेगा। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि कैंट रेलवे स्टेशन पर जल्द ही यात्रियों को इंटनेशनल स्तर की सुविधा मिलने लगेगी।
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