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बीजेपी ने पिछड़ी जाति के स्वतंत्र देव सिंह को पार्टी अध्यक्ष बना कर पूर्वांचल में अपनी ताकत बढ़ाने की तैयारी की है। पटेल वोटरों के लिए ही बीजेपी ने अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल से गठबंधन किया था। लोकसभा चुनाव 2019 के पहले बीजेपी व अपना दल में सीटों को लेकर मतभेद हो गया था और अनुप्रिया पटेल ने जाकर प्रियंका गांधी से मुलाकात की थी। इसके बाद भी बीजेपी ने अपना दल से गठबंधन जारी रखते हुए सहयोगी दल को दो सीटे दी थी और अपना दल ने दोनों सीटों पर चुनाव जीता था। अपना दल ने भले ही चुनाव जीता था लेकिन केन्द्र सरकार में मंत्री रही अनुप्रिया पटेल को दूसरी बार पीएम नरेन्द्र मोदी सरकार में कोई पद नहीं मिला। माना जाता है कि अपना दल व कांग्रेस के गठबंधन की अटकलों के चलते ही बीजेपी ने इस बार सहयोगी दल को केन्द्र की सत्ता में पद नहीं दिया। बीजेपी ने अब स्वतंत्र देव सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। पटेल जाति से संबंध रखने वाले स्वतंत्र देव सिंह पार्टी के पिछड़ा वोट बैंक को मजबूत करने में सफल होते हैं तो इसका नुकसान अपना दल को उठाना पड़ सकता है।
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