शताब्दी सुपर स्पेशलिटी कंपलेक्स में बनाए गए कोरोना वार्ड में हर रोज दिक्कतों की शिकायतें आ रही थी। डीएम कौशल राज शर्मा ने इस संबंध में पत्र प्रशासन को पत्र लिखा था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय तक भी पत्र लिखे गए थे। इस बारे में मीटिंग भी की गई। लगातार मिल रही शिकायतों की वजह से प्रो. माथुर ने इस्तीफा दे दिया। उधर, दूसरी वजह कोरोना वार्ड में अस्पताल के अधिकारियों द्वारा सहयोग न करना भी सामने आई है।
कुलपति के फैसले पर उठाए सवाल ट्रामा सेंटर के इंचार्ज डॉ. संजीव गुप्ता ने नए एमएस को लेकर कुलपति के फैसले पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि पांच साल पहले केके गुप्ता बीएचयू के ब्लड बैंक के इंचार्ज थे। उस दौरान ब्लड बैंक में धांधली के आरोप में उनके खिलाफ जांच बैठाई गई थी। दोषी पाए जाने पर उन्हें पद से हटा दिया गया था। डॉ. संजीव गुप्ता ने कहा कि पांच साल पहले जब ब्लड बैंक में धांधली के आरोप में मौजूदा एमएस डॉ. केके गुप्ता को हटाया गया था उस वक्त वीके शुक्ला आईएमएस के निदेशक थे, आज वह कार्यवाहक कुलपति है। कुलपति बनने के बाद उन्होंने उस जांच में दोषी पाए गए व्यक्ति को ही अस्पताल का एमएस बनाया है। डॉ संजीव गुप्ता ने ये भी आरोप लगाया कि डॉ. केके गुप्ता 2014 से 2016 के बीच बीएचयू अस्पताल के एमएस बनाए गए थे। उस दौरान भी उन्हें हटाया गया था।
डॉ. संजीव का चार्ज संभालेंगे डॉ. सौरभ ट्रामा सेंटर के इंचार्ज संजीव गुप्ता के इस्तीफे के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने नोटिफिकेशन जारी कर अस्थि विभाग के डॉ. सौरभ सिंह को बीएचयू ट्रॉमा का नया इंचार्ज बनाया है।