इन छात्र-छात्राओें को मिलेगा आवेदन करने का मौका बता दें कि बीएचयू द्वारा शुरू की गई इस इंटर्नशिप योजना के तहत पहली बार 100 छात्र-छात्राओं को सम्मिलित किया जाएगा। ये इंटर्नशिप योजना एक साल तक चलेगी। जिसमें छात्र-छात्राओं को प्रतिमाह बीस हजार रुपए मानदेय के तौर पर दिए जाएंगे। जो छात्र-छात्राएं राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय लेवल पर स्वर्ण पदक, रजत या कांस्य पदक जीत चुके हैं। साथ ही किसी भी विषय में अपनी डिग्री ले चुके, उन्हें इंटर्नशिप में आवेदन करने का मौका दिया जाएगा। फिलहाल योजना पुस्तकालय विज्ञान, शिक्षा, शारीरिक शिक्षा, दृश्य कला तथा मंच कला को शामिल किया गया है।
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दीवाली से पहले ही कर्मचारियों को बढ़ी सैलेरी और बोनस देगी योगी सरकार छात्रों को व्यवहारिक अनुभव उपलब्ध कराने की पहल जानकारी के अनुसार, बीएचयू भविष्य में और विषयों को इंटर्नशिप योजना के अंतर्गत लाने पर काम करेगा। लेकिन अभी के लिए चयनित छात्र-छात्राओं को उनकी शैक्षणिक योग्यता और उपलब्ध अवसरों के आधार पर कार्यस्थल आवंटित किया जाएगा। वहीं योजना की शुरुआत करते हुए प्रो. सुधीर कुमार जैन ने बताया कि छात्रों को बेहतर पेशेवर और व्यवहारिक अनुभव उपलब्ध कराने के लिए नए अवसर सृजित किया जाना जरूरी है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन इंटर्नशिप योजना की शुरुआत इसी दिशा की एक पहल है।
योजना के क्रियान्वयन के लिए एक समिति का गठिन इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस बीएचयू के अंतर्गत संचालित यह योजना प्रायोजित शोध एवं औद्योगिक परामर्श प्रकोष्ठ द्वारा प्रबंधित होगी। कुलपति ने इसके क्रियान्वयन के लिए एक समिति गठित की है। समिति में प्रो. डीएस पांडेय रसायनशास्त्र विभाग अध्यक्ष और प्रो. बीसी कापड़ी शारीरिक शिक्षा विभाग, प्रो. शशि कुमार संकाय प्रमुख मंच कला संकाय, प्रो. मधु कुशवाहा शिक्षा संकाय, डॉ. सुनील कुमार कुशवाहा महिला महाविद्यालय और डॉ. डीके सिंह पुस्तकालयाध्यक्ष केन्द्रीय ग्रन्थालय सदस्य होंगे। समिति के सचिव डॉ. डीवीएलकेडीपी वेणुगोपाल उप कुलसचिव प्रायोजित शोध एवं औद्योगिक परामर्श प्रकोष्ठ होंगे।