वाराणसी के कमिश्नर और श्री काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद के अध्यक्ष दीपक अग्रवाल बताते हैं कि इस सावन भक्त विश्वनाथ धाम परिसर स्थित चौक क्षेत्र में रहेंगे। मकराना के मार्बल पर लाल कार्पेट बिछेगी। जगह-जगह टीवी में गर्भगृह की पूजा अर्चना का लाइव प्रसारण होगा।
विश्वनाथ धाम का नवनिर्माण 15 जनवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आधारशिला रखने के बाद शुरू हुआ था।
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सवा सौ से ज्यादा भवन और मंदिर गिराए गए
काशी विश्वनाथ क्षेत्र धरोहर बचाओ समिति के अध्यक्ष राजनाथ तिवारी के अनुसार धाम के निर्माण के लिए सवा सौ से ज्यादा ऐतिहासिक भवन, मंदिरों को गिराया गया। जिनमें प्रमोद विनायक, समुख विनायक, दुर्मुख विनायक, तारकेश्वर, कुबेरेश्वर, ढुंढिराज गणेश, भवानी गौरी, गोयनका छात्रावास, आदि संकटमोचन, पंचकोशी परिक्रमा शुभारंभ स्थल (व्यास निवासा), विश्वनाथ मंदिर महंत आवास प्रमुख हैं।
कुल क्षेत्रफल-50261 वर्ग मीटर
400 मकान-भवन और 30 मंदिर अधिग्रहीत
35 मीटर लंबे व 80 मीटर चौड़े क्षेत्र में बन रहे गेट
24 भवनों का काम भी हो रहा
प्रोजेक्ट पर चार सौ करोड़ का खर्च
नवंबर 2021 तक निर्माण कार्य होगा पूरा