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वाराणसी

इस मामले में पहली बार आया आजम खा का नाम, जांच में हुआ खुलासा

सपा नेता पर पहले ही दर्ज है 29 मामले, जानिए क्या है कहानी

वाराणसीAug 30, 2019 / 05:48 pm

Devesh Singh

Azam Khan

Azam Khan

वाराणसी. सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां की मुश्किले कम होने का नाम नहीं ले रही है। सपा नेता पर विभिन्न मामलों में 29 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। कोर्ट ने भी अग्रिम जमानत अर्जी को खारिज कर दिया है। आजम खां अभी इन मामलों से उबर नहीं पाये हैं कि एक और मामले में उनका नाम सामने आया है। जांच के बाद ही सारी चीजों का खुलासा हुआ है।
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पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में इन दिनों पेयजल परियोजना में हुई धांधली की जांच चल रही है। इसी मामले में पहले ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने कई रिटायर व वर्तमान अधिकारी पर एफआईआर दर्ज कर जेल भेजने का निर्देश दिया है। घोटाले की जांच के लिए लखनऊ से आयी टीम ने कई दस्तावेजों को खंगाला है। इसी जांच में पता चला है कि जब आजम खां नगर विकास मंत्री थी तो उनके कार्यकाल में ही पेयजल आपूर्ति के लिए पाइप खरीदी गयी थी जो बेहद घटिया क्वालिटी की थी। पाइप इतनी खराब थी कि ओवरहेड टंकियों से जैसे ही पानी छोड़ा गया था जगह-जगह पाइप फट गयी थी। पानी सप्लाई के लिए सारी आपूर्ति लखनऊ से की गयी थी और बनारस के स्थानीय ठेकेदारों से सिर्फ मजदूर लिये गये थे।
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बसपा सरकार में शुरू हुई थी योजना, अखिलेश यादव के समय भी नहीं हुई थी पूरी
बनारस में सभी घरों तक पानी पहुंचाने के लिए सिस वरूणा पेयजल योजना मायावती सरकार के समय आरंभ हुई थी। योजना के तहत पार्कों से हरियाली को हटा कर वहां पर ओवरहैंड टैंक बनाये गये थे। 227 करोड़ की योजना के तहत 466 किलोमीटर पाइन बिछानी थी। बसपा सरकार के बाद यूपी में अखिलेश यादव की सरकार थी उस समय पाइप बिछाने का काम हुआ था। आजम खां नगर विकास मंत्री थे और सारी पाइप की सारी आपूर्ति लखनऊ से की गयी थी। आपूर्ति की गयी पाइप आठ ईंच की एसी व चार इंच की पीवीसी पाइप थी। पाइप बेहद घटिया किस्म की थी जो पहली बार ही पानी आपूर्ति का दबाव नहीं झेल पायी और फट गयी थी। खास बात है कि घटिया पाइप आपूर्ति के समय अधिकारियों ने भी चुप्पी साधी थी जिससे आराम से घटिया पाइप की सप्लाई होती रही थी।
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पीएम नरेन्द्र मोदी के दूसरे कार्यकाल में सक्रिय हुई सीएम योगी सरकार
पीएम नरेन्द्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल में सभी घरों तक जल पहुंचाने की योजना बनायी है। योजना की जानकारी होते ही सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार एक्शन में आयी। इसके बाद अधिकारियों ने ओवरहेड टैंक से पानी की सप्लाई का प्रयास किया था लेकिन जगह-जगह पाइप फट जाने के चलते सड़क धंसने लगी थी इसके बाद ही सीएम योगी ने जांच करा कर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई का निर्देश दिया था। फिलहाल इस जांच में पहली बार आजम खां का नाम भी सामने आया है अब देखना है कि यहां हुई गड़बड़ी में उनको लेकर क्या कार्रवाई होती है।
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