आरोपी ने डीएम बस्ती से फोन कर की रुपए की मांग
डीएम बस्ती को सीयूजी नंबर पर फोन करके रुपए की मांग की गई थी। फोन करने वाले ने खुद को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सचिव बताया था। इस संबंध में डीएम बस्ती कार्यालय के बाबू अमित श्रीवास्तव ने कोतवाली, बस्ती में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। बस्ती पुलिस को छानबीन में पता चला कि फोन बाह, आगरा से किया गया था। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ आगरा यूनिट से मदद मांगी गई। आरोपित की हरकत से अधिकारी परेशान थे। आरोपित छवि धूमिल कर रहा था। आरोपित ने पूछताछ में बताया कि वह ऑनलाइन किसी भी अधिकारी का सीयूजी नंबर निकाल लेता है। जैसे ही अधिकारी को यह बताया जाए कि मुख्यमंत्री का सचिव बोल रहा हूं। सामने वाला कोई सवाल नहीं करता। सिर्फ जी सर जी सर कहता है। इस बार उससे भूल हो गई। उसने सीधे डीएम बस्ती को फोन मिला दिया।
आरोपी के पास से एक मोबाइल फोन बरामद
उनसे पहले सीडीओ बस्ती को भी फोन किया था। फोन पर उसने रुपए की मांग की थी। पूरे विश्वास के साथ बात की थी। एसटीएफ ने आरोपी के कब्जे से एक मोबाइल, एक पेपर जिस पर विवेक सचिव मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश लखनऊ लिखा है बरामद किया। आरोपित के पास से महज 500 रुपए मिले। पहले से दर्ज हैं 16 मुकदमे
एसटीएफ को छानबीन में पता चला कि आरोपी के खिलाफ से पहले से 16 मुकदमे दर्ज हैं। ज्यादातर मुकदमे रंगदारी और धोखाधड़ी से संबंधित हैं। पहला मुकदमा वर्ष 2020 खैर, अलीगढ़ में लिखा गया था। आरोपित के खिलाफ बलरामपुर में छह, बांदा में एक, चार मथुरा, कानपुर नगर में एक और दो मुकदमे हरदोई में दर्ज मिले। एसटीएफ यह पता लगा रही है कि इन मुकदमों में क्या हुआ। ताकि आरोपी को जल्द से जल्द सजा भी कराई जा सके।