चक्रवाती तूफान ‘यागी’ का असर
मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश के 20 से अधिक जिलों में अगले दो से तीन दिनों तक भारी बारिश होने की संभावना है। जिन जिलों में यह चेतावनी दी गई है, उनमें प्रमुख रूप से प्रयागराज, फतेहपुर, रायबरेली, कानपुर नगर, कानपुर देहात, अमेठी, सुल्तानपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, महोबा, झांसी, ललितपुर, बांदा, मुरादाबाद, अमरोहा, बिजनौर और रामपुर शामिल हैं। इन जिलों में 1 से 8वीं तक के स्कूलों को अगले आदेश तक बंद करने का निर्देश जारी किया गया है।
वज्रपात का अलर्ट
मौसम विभाग ने आकाशीय बिजली गिरने की संभावना भी जताई है, विशेषकर
लखनऊ, बाराबंकी, अयोध्या, अमेठी, सुल्तानपुर, अम्बेडकरनगर, प्रयागराज, प्रतापगढ़, गाजीपुर, मिर्जापुर, सोनभद्र, मुरादाबाद, बिजनौर, रामपुर, जौनपुर, वाराणसी और भदोही में। इन जिलों में लोगों को सतर्क रहने और बाहर निकलने से बचने की सलाह दी गई है।
पूर्वांचल में बाढ़ की स्थिति
भारी बारिश के चलते पूर्वांचल के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मऊ, गाजीपुर और सोनभद्र में 50 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। सोनभद्र जिले में पिछले 24 घंटों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे रिहंद और ओबरा डैम के गेट खोलने पड़े। कर्मनाशा नदी उफान पर है, जिससे आस-पास के गांवों में पानी घुस गया है। चंदौली जिले में भी गंगा नदी चेतावनी बिंदु से 50 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है, जिससे कई गांव और श्मशान घाट डूब गए हैं।
प्रशासन का रुख
सरकार और जिला प्रशासन ने संभावित आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। प्रभावित जिलों में बाढ़ और बारिश से निपटने के लिए विशेष टीमों को तैनात किया गया है। स्कूलों की बंदी और स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने का कार्य भी शुरू किया गया है। सरकारी तंत्र पूरी तरह से मुस्तैद है और हर स्थिति पर नजर रखी जा रही है। अंतिम सुझाव
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें, बाढ़ वाले क्षेत्रों में ना जाएं और जरूरत पड़ने पर प्रशासन से संपर्क करें। बिजली गिरने की स्थिति में खुले स्थानों पर जाने से बचें और घर के अंदर ही रहें।