ऐसे में बाढ़ की स्थिति और व्यवस्थाओं को लेकर जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय बाढ़ स्टीयरिंग ग्रुप की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। बैठक के दौरान जनपद में वर्तमान में बाढ़ की स्थिति की जानकारी एवं बाढ़ से कितने गांव प्रभावित हैं उसके बचाव के संबंध में की गई।
तैयारियो की जानकारी लेते हुए जिलाधिकारी ने बाढ़ से जुड़े समस्त विभागों को सक्रिय रहने के निर्देश दिए। उन्होंने घाघरा नदी के जल स्तर के साथ ही राप्ती नदी के जलस्तर के उतार-चढ़ाव पर भी लगातार नजर रखने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कटान एवं डूब क्षेत्र पर भी विशेष ध्यान देने को कहा, जिससे बाढ़ के दौरान नुकसान को न्यूनतम किया जा सके। इस दौरान जिलाधिकारी ने बाढ़ ग्रस्त एरिया वाले गांवो की जानकारी लेते हुए उसमें राहत सामग्री वितरण किए जाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को बाढ़ क्षेत्र वाले जगह पर पशुओ हेतु पर्याप्त मात्रा में भूसे एवं हरे चारे की प्रयाप्त व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने बाढ़ के दौरान समस्त बाढ़ चौकियों पर तैनात कार्मिकों को 24 घंटे सक्रिय रहते हुए घाघरा नदी के जलस्तर के उतार चढ़ाव पर निगरानी रखने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिए कि गांवो में जहां पर गड्ढों में पानी भरा है वहां पर बच्चों को न जाने के संबंध में जागरूक करें तथा जल जमाव वाली जगह पर दवाओ का छिड़काव कराने के दिन निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने बाढ़ क्षेत्र वाले एरिया में राहत सामग्री वितरण किए जाने वाली संस्था को निर्देश दिए की आवश्यकता पड़ने पर पर्याप्त मात्रा में राहत सामग्री तत्काल उपलब्ध कराने की व्यवस्था पूर्व में कर ले। जिससे जरूरत पड़ने पर तत्काल लोगों को प्रर्याप्त मात्रा में राहत सामग्री उपलब्ध कराई जा सके। जिलाधिकारी ने समस्त उप जिलाधिकारी को निर्देश दिए की अपने स्तर से समस्त बाढ़ चौकियों का निरीक्षण कर वार्ड चौकियों पर तैनात कर्मचारियों को सक्रिय रखें।