सोमवार को सरयू नदी खतरे के निशान से लगभग 30 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी। हालांकि मंगलवार को इसमें लगभग 5 सेंटीमीटर की कमी आई है,परंतु बाढ़ का खतरा अभी भी बना हुआ है।
आपको बता दें कि मऊ जिले के उत्तरी छोर स्थित सरयू नदी के किनारे बसने वाले गांव हर साल बाढ़ की विभीषिका झेलता है। यहां के लोग बरसात शुरू होते ही दहशत में आ जाते हैं।
इस साल भी दोहरिघाट स्थित भारत माता मंदिर और श्मशान घाट नदी की जल धारा में विलीन होने को आतुर हैं। प्रशासन ने बढ़ से निबटने और कटाव रोकने के खासा इंतजाम किए हैं। पत्थर और बालू डाल कर इनको बचाने का प्रयास किया जा रहा।
हालांकि प्रशासन के अनुसार अभी स्थिति नियंत्रण में है परंतु यदि और पानी छोड़ा गया तो स्थिति नियंत्रण से बाहर जा सकती है।