मानसून की विदाई
उत्तर प्रदेश में मानसून अब अपने अंतिम चरण में है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश से मानसून की विदाई 2 अक्टूबर को शुरू हो गई थी, जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश में अगले तीन से चार दिनों तक मानसून के सक्रिय रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने लखनऊ समेत राज्य के 46 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसके अनुसार, कई जिलों में बारिश का सिलसिला अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकता है। लखनऊ और अन्य जिलों में बारिश का पूर्वानुमान
लखनऊ में 2:45 बजे से बारिश की शुरुआत हो चुकी है। गोमती नगर में जोरदार बारिश हो रही है, जिससे इलाके में मौसम ठंडा और सुहावना हो गया है। अगले कुछ घंटों में पूरे शहर में बारिश की संभावना बनी हुई है।
मौसम विभाग के मुताबिक सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, संभल, गाजियाबाद, मेरठ, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, बदायूं, कासगंज, एटा, पीलीभीत, शाहजहांपुर, फर्रुखाबाद, हरदोई, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बहराइच, श्रावस्ती, बाराबंकी, गोंडा, अयोध्या, अमेठी, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर, महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, आजमगढ़, गाजीपुर, बलिया, मऊ, देवरिया जैसे जिलों में भी भारी बारिश की संभावना है।
किसानों को मिलेगी राहत
इस बारिश से सबसे ज्यादा फायदा किसानों को होने वाला है। मानसून के अंतिम दौर में आई यह बारिश खेतों में खड़ी फसलों के लिए संजीवनी साबित हो सकती है। विशेष रूप से धान, मक्का और अन्य खरीफ फसलों के लिए यह बारिश अत्यधिक लाभदायक होगी। बारिश की कमी से जूझ रहे किसान अब राहत महसूस कर रहे हैं, क्योंकि इस बारिश से उनकी फसलें नमी प्राप्त कर सकेंगी और फसल उत्पादन में सुधार होगा। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि इन जिलों में अगले चार दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है, जो किसानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण समय है।
समस्याएं भी संभव
हालांकि, जहां यह बारिश किसानों के लिए राहत लेकर आई है, वहीं दूसरी तरफ शहरी इलाकों में जलभराव, ट्रैफिक जाम और बिजली कटौती जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। विशेष रूप से लखनऊ जैसे बड़े शहरों में पहले से ही पानी के भराव की समस्याएं आम हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में प्रशासन को सतर्क रहने की जरूरत होगी, ताकि जनता को असुविधा न हो।
विभाग की सलाह
मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें, खासकर उन क्षेत्रों में जहां भारी बारिश की संभावना है। वाहन चालकों को विशेष रूप से सतर्क रहने की सलाह दी गई है, क्योंकि सड़कों पर फिसलन हो सकती है और दृश्यता कम हो सकती है। उत्तर प्रदेश में मानसून की इस आखिरी बारिश ने एक तरफ जहां किसानों के चेहरों पर मुस्कान ला दी है, वहीं शहरी क्षेत्रों में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग के ताजा अलर्ट को देखते हुए, आने वाले दिनों में पूरे राज्य में मौसम का मिजाज इसी तरह बदलता रहेगा। सभी लोगों से अनुरोध है कि वे सतर्क रहें और मौसम की स्थिति के अनुसार अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित करें।
मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश का सिलसिला अगले चार दिनों तक जारी रह सकता है। इस दौरान, कहीं-कहीं हल्की बारिश तो कहीं भारी बारिश होने की संभावना है। लखनऊ समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसून की विदाई से पहले आखिरी बारिश होने की संभावना है, जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश से मानसून पहले ही विदा हो चुका है। इसलिए लखनऊ और अन्य प्रभावित जिलों में 8-9 अक्टूबर तक हल्की से मध्यम बारिश जारी रह सकती है।