आंवला और फरीदपुर विधानसभा में हारी भाजपा आंवला के सांसद धर्मेंद्र कश्यप ऐसे ही नहीं हारे। उनकी हार के भी कई कारण हैं। फरीदपुर और बिथरी विधानसभा के मतदाताओं ने उनका साथ नहीं दिया। भाजपा के फरीदपुर में विधायक डा. श्यामबिहारी लाल और बिथरी चैनपुर विधायक डा. राघवेंद्र शर्मा लोकसभा में अपना वोट ट्रांसफर कराने में नाकाम रहे। फरीदपुर विधानसभा में नीरज मौर्य को 96539 वोट, जबकि धर्मेंद्र कश्यप को 86144 वोट मिले। सपा प्रत्याशी नीरज ने 10395 वोटों से फरीदपुर में भाजपा को हरा दिया। बिथरी चैनपुर में भाजपा पिछली बार 35 हजार वोटों से जीती थी। इस बार नीरज को 113585 वोट मिले। भाजपा के धर्मेंद्र कश्यप को 111774 वोट ही मिल पाए। आंवला और दातागंज विधानसभा में धर्मेंद्र कश्यप जीते, लेकिन अंतर ज्यादा होने की वजह से चुनाव हार गये।
नवाबगंज विधानसभा में 904 वोटों से हारे छत्रपाल
भाजपा लोकसभा प्रत्याशी छत्रपाल गंगवार नवाबगंज विधानसभा क्षेत्र में 904 वोटों से हार गए। 2022 के विधानसभा चुनाव में यहां से भाजपा प्रत्याशी डॉ. एमपी आर्य 9,237 वोटों से जीते थे। उन्हें 1,11, 113 वोट पड़े थे, जबकि सपा के भगवत सरन गंगवार को 1,01,876 वोट पड़े थे। नवाबगंज में भाजपा के छत्रपाल गंगवार को 1,06,279 जबकि सपा के प्रवीण सिंह ऐरन को 1,07,183 वोट मिले। नवाबगंज सर्वाधिक कुर्मी मतदाताओं वाला क्षेत्र है। नवाबगंज विधायक डा. एमपी आर्य वोट नहीं डलवा पाये।