शुरुआत से ही आंवला और बदायूं में भाजपा और इंडिया गठबंधन के बीच सीधी टक्कर बताई जा रही थी। आंवला में सवर्णों की नाराजगी और मौर्या वोटों में सेंधमारी ने भाजपा प्रत्याशी धर्मेंद्र कश्यप को कमजोर कर दिया। आंवला में पप्पू, डब्बू और बब्बू की नाराजगी, सपा का परंपरागत वोटर यादव, मुसलमान के साथ क्षत्रिय और मौर्या वोटों का साथ मिलने की वजह से नीरज मौर्य 492515 वोट मिले हैं। जबकि भाजपा के धर्मेंद्र कश्यप को 476546 वोट मिले हैं। नीरज मौर्या 15969 वोटों से आगे चल रहे हैं। आखिरी राउंड बचा है। वोटों के अंतर की भरपाई मुश्किल लग रही है।
भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष दुर्विजय सिंह शाक्य काफी मजबूती से चुनाव लड़े। लेकिन सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव का चुनावी अनुभव, मैनेजमेंट और भाजपा के कुछ बड़े नेताओं की भितरघात ने पार्टी को काफी कमजोर कर दिया। बदायूं में सपा के आदित्य यादव को 446933 वोट मिले। वह भाजपा के दुर्विजय सिंह शाक्य से 36097 वोटों से आगे चल रहे हैं। हालांकि बदायूं में अभी तीन चरण खुलने बकाया हैं, लेकिन इकतरफा वोट पड़ने पर ही भाजपा प्रत्याशी अंतर को बराबर कर पायेंगे।