सोशल मीडिया प्लेटफार्म बना अपराधियों का हथियार
प्रदेशवासियों को ठगने के लिए अपराधियों ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म को अपना हथियार बनाया है। सोशल नेटवर्र्किंग साइट में ये आरोपी कम कीमत में मोबाइल, गाड़ी, लैपटॉप बेचने का झांसा देते हैं। जब भी कोई इनसे सामान खरीदने के लिए संपर्क करता है, तो उन्हें अपनी बातों का झांसा देकर पैसे अकाउंट में मंगवा लेते है और रकम आते ही फोन बंद कर देते है।
पुलिस को चकमा देने किराए का अकाउंट
सोशल मीडिया के सहारे ठगने वाले बड़े गिरोह का खुलासा रायपुर पुलिस ने किया। पुलिस की विवेचना में जानकारी सामने निकल कर आई, वो चौंकाने वाले थी। आरोपी अपनी बातों में पीडि़तों को फंसाने के बाद जिस अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करवाते थे। वो अकाउंट किराए के होते थे। इन अकाउंटों को किराए में लेने के बदले आरोपी ठगी हुई रकम का 20 प्रतिशत अकाउंट होल्डर को देते थे।
सेना का जवान बताकर की ठगी
खुद को सेना का जवान बताकर रायपुर-दुर्ग और भिलाई के एक दर्जन से ज्यादा लोगों को राजस्थान और हरियाणा के ठगों ने अपना शिकार बनाया। आरोपी वाहन की फोटो ओएलएक्स में अपलोड कर देता था। जब भी कोई उससे संपर्क करता, तो सबको इमोशनल कहानी सुनाता। आरोपी से संपर्क करने वाले लोग उसकी बात पर विश्वास करे, इसलिए संपर्ककर्ता के वाट्सअप नंबर पर अपनी फोटो, गाड़ी की फोटो और सभी दस्तावेज डालता और फिर टोकन मनी लेकर फोन बंद कर देता था। पीडि़तों की शिकायत पर पुलिस ने हरियाणा और राजस्थान में छापा मारकर दोनो आरोपियों को पकड़ा था। आरोपियों का नाम पुलिसकर्मियों द्वारा हरियाणा सातवारी निवासी मोहम्मद रहीस (25) और राजस्थान सिकरी निवासी मोहम्मद अब्बास (24) बताया है।
गड़ा सोना मिलने का लालच
जिला सूरजपुर निवासी पार्षद दिवाकर सिंह ने तेलीबांधा थाना पहुंचकर पखांजूर निवासी अनामिका और उसके दोस्त आरुष के खिलाफ शिकायत की थी। दिवाकर ने पुलिस को बताया कि अनामिका ने 2018 में फेसबुक में उसे फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर दोस्ती की। दोनों बातचीत हुई तो अनामिका ने उसे विश्वास में लेकर गांव के कुछ लोगों को गड़ा हुआ सोना मिलने की बात बताई। सोना कम कीमत में दिलवाने का हवाला देते हुए अनामिका ने दिवाकर को रायपुर बुलाया और नकली सोना देकर 14 लाख की ठगी कर ली। पार्षद की शिकायत पर पुलिस ने अनामिका और उसके साथी पर कार्रवाई की।
वर्जन
जागरुक होने की जरुरत
लालच में आकर लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं। शातिर अपराधी लोगों की इसी प्रवृत्ति का फायदा उठाते है। कम कीमत में अच्छा सामान कभी नहीं मिलता है। जागरुकता से ही ठगी जैसे गंभीर घटनाओं से बचा जा सकता है। सूचना मिलने पर आरोपियों पर कार्रवाई करते है। लोागें को भी जागरुक होने की जरुरत है।
प्रफुल्ल कुमार ठाकुर, अतिरिक्त पुलिस अधिक, रायपुर