व्यवसायिक उत्पादन कर आर्थिक आत्म निर्भर हो रहीं महिलाएं
उमरिया•Nov 22, 2021 / 11:39 pm•
ayazuddin siddiqui
Women are becoming empowered by cultivating turmeric, ginger
उमरिया. प्रदेश सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के तहत शुरू किए गए अभियान के सार्थक परिणाम सामने आ रहे है। ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्व सहायता समूहों की महिलाओं ने जिले में गौशालाओं का संचालन, उपार्जन कार्य, बांस एवं काष्ठ शिल्प तैयार करने का कार्य, सिलाई,-कढ़ाई, सब्जी उत्पादन, सौंदर्य सामग्री साबुन, सेनेटाईजर, सेनेटरी बनाने का कार्य शुरु किए है। ग्रामीण परिवेश होने के कारण महिलाओं ने कृषि एवं उद्यानिकी की गतिविधियां भी शुरू की। महिलाओं ने व्यवसायिक खेती करना प्रारंभ किया। वहीं 105 हेक्टेयर में हल्दी एवं अदरक का उत्पादन भी स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किया जा रहा है। ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा इन महिलाओं को जहां उद्यानिकी विभाग एवं एजीएम एनजीओ के माध्यम से तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया। वहीं उत्तम बीज एवं उत्पादित हल्दी एवं अदरक के विपणन की भी व्यवस्था की जा रही है।
ग्राम रक्शा निवासी ग्राम संगठन से जुड़ी महिला शक्ति समूह की सदस्य आशा सिंह ने बताया कि पूर्व में परंपरागत तरीके से खेती करती थी। स्व सहायता समूह में जुडऩे के बाद प्राप्त प्रशिक्षण एवं एक्सपोजर के बाद मुझे अनुभव हुआ कि परंपरागत खेती छोड़कर उद्यानिकी फसलों का उत्पादन कर अधिक लाभ कमाया जा सकता है। स्व सहायता समूह की बैठक के दौरान परिवार से परामर्श करने के बाद समूह की महिलाओं ने हल्दी एवं अदरक की खेती करने का निर्णय लिया। पहले ही साल दो एकड़ क्षेत्रफल में हल्दी की खेती प्रारंभ की। इस खेती से अनुमानित एक लाख रूपये तक का लाभ प्राप्त होने की संभावना है। कम वर्षा होने के कारण जिले में धान की पैदावार निरंतर घटती जा रही है। इसलिए खेती से आमदनी बढ़ाए जाने के उद्देश्य से स्व सहायता समूह से जुड़े परिवारों द्वारा अपनी भूमि पर हल्दी एवं अदरक की खेती करना प्रारंभ किया है। यहां की कृषि भूमि का अधिकांश भाग रेतीली-दोमट मिट्टी का है। इस मिट्टी में हल्दी, कंद जैसी अन्य फसलों की औसत पैदावार अच्छी होती है। ऐसी कृषि भूमि पर हल्दी की खेती करने से अधिक आय प्राप्त की जा सकती है। विकासखण्ड मानपुर के 63 ग्रामों के 631 परिवारों के यहां 103 हेक्टेयर में हल्दी उत्पादन का कार्य किया जा रहा है। एक एकड़ में हल्दी की औसतन पैदावार 45 क्विंटल होती है तथा अदरक की औसतन पैदावार 30 क्विंटल होती है। इस प्रकार हल्दी अदरक की खेती से 36 हजार 700 रूपये एक परिवार को आमदनी होगी। हल्दी उत्पादन के रकबे में वृद्धि होने से ग्राम करौदीटोला में हल्दी प्रसंस्करण इकाई यूनिट स्थापित की जाएगी।
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