उज्जैन जावरा एक्सेस कंट्रोल फोरलेन 102 किमी लंबा होगा। दुर्घटना की आशंका कम करने के लिए ऐसा प्लान बनाया गया है कि रास्ते में कोई वाहन नहीं आ सके। इसके लिए फोरलेन पर अनेक अंडर पास यानि सब-वे बनाए जाएंगे। उज्जैन जावरा फोरलेन सड़क बनने से एमपी का राजस्थान और हरियाणा के साथ गुजरात और महाराष्ट्र से भी सीधी और आसान कनेक्टिविटी हो जाएगी।
यह भी पढ़ें : एमपी सरकार ने 4 प्रतिशत डीए बढ़ाया लेकिन एरियर पर वित्त विभाग का अड़ंगा, कर्मचारियों के लिए बड़ा अपडेट उज्जैन जावरा एक्सेस कंट्रोल फोरलेन कुल 5 हजार 17 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट है। फोरलेन को कुछ यूं डिजाइन किया गया है ताकि बाद में जरूरत होने पर इसकी लेन बढ़ाई जा सके। उज्जैन जावरा फोरलेन पेव्हड शोल्डर ग्रीनफील्ड फोर लेन हाइब्रिड एन्युटी माॅडल (एचएएम) पर बनाया जाएगा।
मप्र रोड डेवलपमेंट कार्पोरेशन यानि एमपीआरडीसी के अधिकारियों के अनुसार उज्जैन जावरा हाइवे फोरलेन किया जा रहा है। यह मध्यप्रदेश का पहला एक्सेस कंट्रोल फोरलेन होगा। उज्जैन जावरा फोरलेन देश के सबसे लंबे दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे को भी उज्जैन से जोड़ेगा।
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस प्रदेश के तीन जिलों मंदसौर, रतलाम और झाबुआ से गुजर रहा है। कुल 1,350 किमी लंबा एक्सप्रेस वे का मध्यप्रदेश में 245 किमी का हिस्सा है। एक्सप्रेस वे से उज्जैन से दिल्ली और मुंबई की यात्रा महज 10 घंटे में पूरी हो सकेगी।
उज्जैन जावरा फोरलेन- एक नजर
लागत- 5 हजार 17 करोड़ रुपए
लंबाई- 102 किमी
सड़क की चौड़ाई- 10 मीटर
7 बड़े पुल बनेंगे
5 फ्लाई ओवर का होगा निर्माण
2 रेलवे ओवरब्रिज बनेंगे
26 छोटे पुल और 270 पुलिया बनेगी
दोनों ओर बनेंगे फूड प्लाजा
सड़क किनारे लगेंगे ब्लाॅक